Air India-Vistara Merger: लो जी हम एक हुए! राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) की चंडीगढ़ पीठ ने टाटा संस के स्वामित्व वाली एयर इंडिया और विस्तारा एयरलाइंस के विलय को मंजूरी दे दी। कंपनी इस साल के अंत तक विलय पूरा करने की योजना बना रही है। दुनिया के सबसे बड़े विमानन समूहों में से एक के निर्माण का रास्ता साफ हो गया। नवंबर 2022 में घोषित विलय के बाद ‘सिंगापुर एयरलाइंस’ की ‘एअर इंडिया’ में 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। ‘विस्तारा’ ‘सिंगापुर एयरलाइंस’ और टाटा समूह का एक संयुक्त उद्यम है। एनसीएलटी की चंडीगढ़ पीठ ने 31 पन्नों के आदेश में ‘टैलेस’, ‘एअर इंडिया’ और ‘विस्तारा’ की ‘संयुक्त व्यवस्था योजना’ को मंजूरी दे दी है। ये सभी टाटा समूह का हिस्सा हैं। एअर इंडिया को इस साल के अंत तक विलय की प्रक्रिया पूरी हो जाने की उम्मीद है।
ट्रिब्यूनल की मंजूरी के साथ एयर इंडिया और विस्तारा दोनों आधिकारिक तौर पर अपने स्टाफ नेटवर्क, मानव संसाधन और बेड़े की तैनाती का एकीकरण शुरू कर सकते हैं। एयरलाइंस को पिछले साल सितंबर में ही भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से मंजूरी मिल चुकी थी। टाटा ने जनवरी 2022 में राष्ट्रीय एयरलाइन एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था।
टाटा समूह के अनुसार यह एकीकरण एयर इंडिया को देश का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय वाहक और दूसरा सबसे बड़ा घरेलू वाहक बना देगा। विलय की गई इकाई के पास 218 विमानों का संयुक्त बेड़ा होगा। विलय लेनदेन के हिस्से के रूप में, SIA एयर इंडिया में 2,059 करोड़ रुपये का निवेश भी करेगी। लगभग 25,000 विमान सीटों का ऑर्डर दिया है।