म्यामां में अपने निवेश से बाहर निकलेगी अडाणी पोर्ट्स
By भाषा | Updated: October 27, 2021 21:01 IST2021-10-27T21:01:36+5:302021-10-27T21:01:36+5:30

म्यामां में अपने निवेश से बाहर निकलेगी अडाणी पोर्ट्स
नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) ने अगले साल जून तक म्यामां में अपने निवेश से बाहर निकलने की घोषणा की है।
एपीएसईजेड देश की सबसे बड़ी बंदरगाह विकास कंपनी है। यह विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत अडाणी समूह की इकाई है।
अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन ने दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद कहा, ‘‘कंपनी के निदेशक मंडल ने म्यामां में निवेश से बाहर निकलने की योजना पर सक्रियता से काम करने का फैसला किया है। यह कार्य मार्च-जून, 2022 तक पूरा हो सकता है।’’
एपीएसईजेड ने इस साल अगस्त में कहा था कि म्यामां बंदरगाह में उसका निवेश अमेरिका के वित्त विभाग के विदेशी संपत्तियों के नियंत्रण कार्यालय (ओएफएएसी) द्वारा लगाए गए प्रतिबंध दिशानिर्देशों का उल्लंघन नहीं है।
एपीएसईजेड के मुख्य कार्यकारी करण अडाणी के जुलाई, 2019 में वरिष्ठ जनरल मिन आंग हाइंग से मिलने की खबरें आई थीं। उसके बाद ही यह परियोजना विवादों में आ गई थी। सेना प्रमुख मिन ने म्यामां की चुनी सरकार के खिलाफ तख्तापलट की अगुवाई की थी।
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