'कबीर सिंह': सच्चाई से कहानी बयां करने का माध्यम है सिनेमा
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 14, 2019 08:05 AM2019-05-14T08:05:49+5:302019-05-14T08:05:49+5:30
'कबीर सिंह' में एक गुस्सैल व्यक्ति का किरदार निभाने वाले शाहिद कपूर का कहना है कि अगर दर्शक केवल अच्छे किरदार देखना चाहते हैं तो सिनेमा के लिए लंबा सफर तय कर पाना मुश्किल हो जाएगा.
'कबीर सिंह' में एक गुस्सैल व्यक्ति का किरदार निभाने वाले शाहिद कपूर का कहना है कि अगर दर्शक केवल अच्छे किरदार देखना चाहते हैं तो सिनेमा के लिए लंबा सफर तय कर पाना मुश्किल हो जाएगा. उन्होंने कहा कि सिनेमा परिपूर्ण लोगों की बजाय सच्चाई से बिना लाग-लपेट के कहानी बयां करने का माध्यम है.
फिल्म 'अर्जुन रेड्डी' के 2017 में रिलीज होने के बाद फिल्म में हीरो के गुस्सैल किरदार, महिलाओं और अन्य लोगों को गाली देने और गुस्से को हथियार की तरह इस्तेमाल करने की काफी आलोचना की गई थी. ऐसे में आलोचनाओं पर सवाल पर डायरेक्टर वंगा ने कहा, ''गुस्सा एक विशेष गुण है.
इसे हथियार की तरह इस्तेमाल करने में कोई खराबी नहीं है.'' शाहिद ने कहा, ''हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बनी फिल्मों को देखते हैं और फिर उनकी सच्चाई और तथ्यों की सराहना करते हैं. सिनेमा अलग-अलग लोगों को प्रस्तुत करने का माध्यम है. यह बेहतरीन और परिपूर्ण लोगों के लिए नहीं है. मुझे लगता है कि अपने आप में हम सब परिपूर्ण हैं.
हम सबमें कुछ बुराइयां हैं और हम सब अच्छे बुरे समय का सामना करते हैं.'' शाहिद ने 'कबीर सिंह' को यू/ए प्रमाणपत्र मिलने की उम्मीद जताई. उन्होंने कहा, ''हमें नहीं पता कि क्या मिलेगा, पर हमारा मानना है कि कोई ऐसा कारण नहीं है कि हमें यू/ए प्रमाणपत्र ना मिले.''