इस गांव की जनता ने बनाया सोनू सूद का मंदिर, पूजा-पाठ करने के बाद उतारी आरती
By अमित कुमार | Published: December 21, 2020 10:18 AM2020-12-21T10:18:53+5:302020-12-21T10:20:03+5:30
कोरोना महामारी के दौर में प्रवासियों का सहारा बनने वाले सोनू सूद आज किसी भगवान से कम नहीं हैं। यही वजह है कि एक गांव ने उनके नाम पर मंदिर की स्थापना कर दी है।
कोरोना महामारी में लोगों के मसीहा बनकर सामने आने वाले सोनू सूद के लिए लोगों का प्यार बढ़ता ही जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद ने देश के अलग-अलग हिस्से में प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का काम किया था। देश के 28 राज्यों में लोगों की मदद करने वाले सोनू सूद के लिए अब जनता कुछ करना चाहती है। सोनू सूद के काम से प्रभावित होकर कई लोगों ने उनके लिए मंदिर बनाने की इच्छा जताई थी।
तेलंगाना के सिद्दीपेट जिले में स्थित डब्बा टांडा गांव के स्थानीय लोगों ने रविवार को सोनू सूद की मंदिर की स्थापना की। गांव वालों ने रविवार को मंदिर का उद्घाटन किया। इस दौरान सोनू सूद की आरती उतारी गई। महिलाओं ने पारंपरिक पोशाक पहनकर कई लोक गीत भी गाए। सोनू सूद की प्रतिमा के आगे लोगों ने हाथ जोड़कर उन्हें प्रणाम भी किया।
सिद्दीपेट जिला परिषद सदस्य गिरी कोंडल रेड्डी ने कहा कि कोरोनोवायरस महामारी के बीच सूद ने जनता के लिए बहुत अच्छा काम किया। उन्होंने अपने अच्छे कामों से भगवान का स्थान प्राप्त किया है, इसलिए हमने सोनू सूद के लिए एक मंदिर बनाया है। सोनू सूद ने लोगों को घर भेजने के अलावा कई और तरह की मदद भी की है। सोनू सूद ने बिना कोई सरकारी सहायता के कई गांव के सड़कों का निर्माण कराया।
इतना ही नहीं एक्टर से आज भी रोजाना लाखों लोगों मदद के लिए कहते रहते हैं। सोशल मीडिया पर सोनू सूद अधिक से अधिक लोगों को जवाब देते हैं और उनका काम भी करते हैं। लॉकडाउन के दौरान सोनू सूद ने कई बीमार लोगों का इलाज भी अपने पैसों से कराया था।