बॉलीवुड स्टार सलमान खान ने खुद को लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने चुनाव लड़ने की खबर को खारिज कर दिया है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों से मध्यप्रदेश में सलमान खान को प्रदेश की राजधानी इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारने की बात चल रही थी। सलमान खान न केवल चुनाव लड़ने की अटकलों को खारिज किया बल्कि किसी भी पार्टी से चुनाव प्रचार करने से भी इंकार कर दिया है।
सलमान खान ने गुरुवार को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि अफवाहों के विपरीत, मैं न चुनाव लड़ूंगा और न ही किसी राजनीतिक दल के लिए चुनाव प्रचार करूंगा। सलमान का जन्म इंदौर के पलासिया इलाके में 1965 में हुआ था और मुंबई में शिफ्ट होने से पहले उन्होंने इंदौर शहर में अपने बचपन का काफी समय गुजारा है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक ट्वीट में एक्टर आमिर खान और सलमान खान को युवाओं को वोट देने के लिए प्रेरित करने को कहा था। इसे रीट्वीट करते हुए सलमान खान ने कहा कि हम एक लोकतंत्र हैं और वोट देना हर भारतीय का अधिकार है। मैं हर भारतीय वोटर से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने और सरकार बनाने की प्रक्रिया में हिस्सा लेने की गुजारिश करता हूं।
कांग्रेस ने किया था दावा
मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा था कि हमारे नेता सलमान खान से इंदौर में पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करने की पहले ही बातचीत कर चुके हैं। हालांकि, सलमान के प्रवक्ता ने इस मामले में प्रतिक्रिया करने से मना कर दिया।
चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘सलमान खान ने इंदौर में अपना बचपन विताया है। उनके पिता वहां पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी थे।’’ उन्होंने कहा कि सलमान अपनी सभाओं में भारी भीड़ जुटाने वाले व्यक्ति हैं। कांग्रेस के चुनाव प्रचार में उनका योगदान शहर में पार्टी की तकदीर बदलने में सहायक होगा।’’ कांग्रेस ने वर्ष 1984 में हुए लोकसभा चुनाव में इंदौर सीट जीती थी। तब इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में कांग्रेस की लहर थी, जिसके चलते इंदौर से पार्टी के दिग्गज नेता प्रकाश चंद्र सेठी जीते थे।
इंदौर सीट पर 30 साल से भाजपा का कब्जा
इस सीट पर पिछले 30 साल से भाजपा का कब्जा है। इस सीट को भाजपा ने 1989 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से छीनी थी और तब से लेकर अब तक इस सीट पर आठ बार चुनाव हुए हैं और आठों बार भाजपा की वरिष्ठ नेता एवं लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कांग्रेस के प्रत्याशियों को धूल चटाया है। यह सीट भाजपा का गढ़ कहलाती है।
इससे पहले सलमान इंदौर नगर निगम के लिए कांग्रेस के महापौर के उम्मीदवार पंकज संघवी के लिए भी 2009 में चुनाव प्रचार कर चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी संघवी जीत नहीं पाये थे। उस वक्त भाजपा नेता कृष्ण मुरारी मोघे ने उन्हें हराया था।मध्यप्रदेश में लोकसभा की 29 सीटों के लिए मतदान चार चरणों में 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई एवं 19 मई को होंगे। इंदौर में 19 मई को चौथे चरण में मतदान होना है।