Sushant Singh Rajput Case: सीबीआई लगातार चौथे दिन रिया चक्रवर्ती से कर रही पूछताछ, भाई के साथ डीआरडीओ गेस्ट हाउस पहुंची एक्ट्रेस
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: August 31, 2020 03:16 PM2020-08-31T15:16:52+5:302020-08-31T15:25:13+5:30
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं। मामले की मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती सोमवार को पूछताछ के लिए भाई के साथ गेस्ट हाउस पहुंचीं हैं
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती सोमवार को लगातार चौथे दिन सीबीआई की पूछताछ में शामिल होने के लिए डीआरडीओ के अतिथिगृह पहुंचीं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि रिया पर 34 वर्षीय सुशांत को निधन के लिए उकसाने का मामला दर्ज है। अधिकारी ने बताया कि 28 वर्षीय रिया सुबह करीब 11 बजे अपने भाई शौविक चक्रवर्ती के साथ सांताक्रूज के कलीना स्थित डीआरडीओ के अतिथि गृह पहुंचीं।
उनकी कार के साथ ही उनकी सुरक्षा में लगा मुंबई पुलिस का वाहन भी पहुंचा। इसी अतिथि गृह में सीबीआई का जांच दल रूका हुआ है। अधिकारी ने बताया कि राजपूत के खानसामा नीरज सिंह भी सुबह यहां पहुंचे थे।
रविवार को सीबीआई के दल ने रिया चक्रवर्ती से करीब नौ घंटे पूछताछ की थी, शनिवार को सात घंटे और शुक्रवार को करीब दस घंटे पूछताछ की थी। शौविक से सीबीआई बृहस्पतिवार से पूछताछ कर रही है। इस मामले में इससे पहले मुंबई पुलिस ने भी रिया से पूछताछ की थी। प्रवर्तन निदेशालय भी धन शोधन के मामले में अभिनेत्री से पूछताछ कर चुका है।
सुशांत की बिजनेस मैनेजर श्रुति मोदी को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया है। इसके लिए मोदी गेस्ट हाउस पहुंच गई हैं।सुशांत सिंह राजपूत का रसोइया नीरज सिंह पूछताछ के लिए गेस्ट हाउस पहुंच गया है। इससे पहले भी सीबीआई नीरज से पूछताछ कर चुकी है। रसोइये का दावा है कि मौत वाले दिन उसने अभिनेता को जूस दिया था।
वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 'रविवार को पूछताछ के दौरान रिया का सीबीआई अधिकारियों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं था। अधिकारियों ने जब रिया से ड्रग्स को लेकर सवाल किए तो वह भड़क गईं और गुस्सा करने लगीं।'
खबर के अनुसार एक्ट्रेस ने सीबीआई के सामने ड्रग्स की चैट को स्वीकार कर लिया है। रिया के ड्रग्स चैट को स्वीकारने की खबरों पर एक्ट्रेस के वकील सतीश मानशिंदे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वह सुशांत सिंह राजपूत की मौत में केवल जांच करने वाली एजेंसियों के आधिकारिक बयान को ही मानेंगे।