एक क्लिनिक के बाहर स्पॉट किए गए रणबीर कपूर, पैपराजी से कहा- "अंदर मत आना", देखें वीडियो
By मनाली रस्तोगी | Published: October 6, 2023 01:02 PM2023-10-06T13:02:40+5:302023-10-06T13:05:43+5:30
मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर को शुक्रवार सुबह मुंबई में एक क्लिनिक के बाहर पैपराजी ने स्पॉट किया। ऑनलाइन सामने आए एक वीडियो में रणबीर को अपनी कार से बाहर निकलते हुए क्लिनिक की ओर जाते हुए देखा जा सकता है, जिसमें वो पैपराजी को बाहर रहने को कह रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में रणबीर कपूर कह रहे हैं, "अंदर मत आना।" उन्होंने गुलाबी स्वेटशर्ट पहनी थी और इसे नीली जींस और सफेद जूते के साथ जोड़ा था। हालांकि, रणबीर के क्लिनिक में जाने का कारण अभी तक पता नहीं चला है। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा तलब किए जाने के बाद से यह रणबीर कपूर की पहली सार्वजनिक उपस्थिति है।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ के 'महादेव' सट्टेबाजी ऐप से जुड़े धनशोधन के मामले में अभिनेता रणबीर कपूर को समन जारी कर शुक्रवार को पूछताछ के लिए उपस्थित होने का निर्देश दिया था। एजेंसी ने कपूर पर आरोप लगाया है कि उन्हें प्रवर्तकों के उत्पाद को ऑनलाइन प्रचारित करने के लिए रुपये मिले हैं। ईडी ने कपूर को छह अक्टूबर को एजेंसी के रायपुर स्थित कार्यालय में उपस्थित होने को कहा था।
ईडी मामले में 14 से 15 अन्य हस्तियों की भूमिका की जांच कर रही है और उन्हें भी जल्द पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। एजेंसी के मुताबिक कंपनी के प्रवर्तक सौरभ चंद्रशेखर और रवि उप्पल दुबई से ऐप संचालित कर रहे थे। उसने आरोप लगाया कि वे नए उपयोगकर्ताओं का पंजीकरण करने के लिए ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्लीकेशन का इस्तेमाल करते थे, आईडी बनाते थे एवं बहु स्तरीय बेनामी बैंक खातों के नेटवर्क से धनशोधन करते थे।
रणबीर कपूर के अलावा कपिल शर्मा, हिना खान, श्रद्धा कपूर और हुमा कुरेशी समेत कई अन्य हस्तियों को भी ईडी ने मामले के सिलसिले में तलब किया है। बता दें कि महादेव सट्टेबाजी ऐप में चुनाव परिणाम, मौसम, मैच आदि की भविष्यवाणी सहित दुनिया की हर चीज के लिए अलग-अलग गेम, लॉटरी और सट्टेबाजी के विकल्प हैं। ये पिछले चार वर्षों से चालू हैं।
अन्य पोंजी योजनाओं की तरह ऑनलाइन ऐप ने निम्न आय वर्ग को लक्षित किया। खेल, लॉटरी और सट्टेबाजी के सभी विकल्पों में धांधली हुई, जहां 'खिलाड़ियों' ने हमेशा पैसा खोया और कंपनी को फायदा हुआ। कथित तौर पर चंद्राकर की कंपनी को घोटाले से कथित तौर पर लगभग 5,000 करोड़ रुपये का फायदा हुआ।