नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर पिछले 12 दिनों से किसान नरेंद्र मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलन कर रहे किसानों को अब देश और दुनिया के कई बड़े हस्ताक्षर का समर्थन मिलने लगा है। इस बीच बॉलीवुड और हॉलीवुड में लोकप्रिय अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है।
प्रियंका चोपड़ा ने आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में ट्वीट कर कहा कि किसान तो हमारे सैनिक हैं। उनके हर डर को खत्म करना जरूरी है। उनकी उम्मीदों का पूरा होना जरूरी है। दुनिया के सर्वाधिक बेहतर लोकतंत्र होने के नाते हमारी जिम्मेदारी है कि ये विवाद जल्द सुलझ जाए।
प्रियंका चोपड़ा के किसानों पर दिए गए इस बयान के बाद कमेंट कर कई लोग समर्थन व विरोध में अपनी बात रख रहे हैं। प्रियंका चोपड़ा इस समय देश में मौजूद नहीं हैं, ऐसे में इस मुद्दे पर उनका बोलना कुछ लोगों को खल रहा है।
इसके अलावा, कई लोगों ने ट्वीट पर कमेंट कर प्रियंका चोपड़ा का समर्थन किया है। सोशल मीडिया पर प्रियंका चोपड़ा का किसानों के आंदोलन में किया गया यह ट्वीट वायरल होने लगा है।
इससे पहले पंजाबी गायक दिलजीत दोसांझ ने किसानों का समर्थन किया-
बता दें कि इससे पहले पंजाबी गायक एवं अभिनेता दिलजीत दोसांझ तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन में शनिवार को शामिल हुए और उनसे संयम बरतने और अपने आंदोलन को शांतिपूर्ण चलाने का आग्रह किया।
इसके साथ ही दोसांझ ने सरकार से भी किसानों की मांगों को मानने का आग्रह किया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा, "आपने एक बार फिर इतिहास रचा है।" किसान आंदोलन को लेकर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत से ट्विटर पर चली जबानी जंग के कुछ दिन बाद, दोसांझ प्रदर्शन स्थल पर आए और शुरू में तो वह भीड़ के बीच बैठे तथा अन्य नेताओं के भाषणों को सुना।
इसके बाद 36 वर्षीय अभिनेता मंच पर आए और पंजाबी में भाषण देना शुरू किया। दोसांझ ने कहा, "मैं यहां बोलने नहीं बल्कि सुनने आया हूं। मैं आप सबकी प्रशंसा करता हूं। आपने एक बार फिर इतिहास रचा है। मैं कहानियां सुना करता था कि पंजाबी ऊर्जा से भरे होते हैं, लेकिन मैं पहली बार इसका गवाह बना हूं।"
किसानों ने दिल्ली में अर्धनग्न होकर किए पैदल मार्च
नए कृषि कानूनों के विरोध में दलित प्रेरणा स्थल पर पांच दिन से धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन (लोक शक्ति) के सैकड़ों कार्यकर्ता रविवार को अर्धनग्न होकर दिल्ली के लिए पैदल मार्च किये। पुलिस ने इसकी जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि जब उन्हें डीएनडी की तरफ से जाने से रोका गया तो किसान नेता कालिंदी कुंज बैराज की तरफ से दिल्ली जाने लगे। पुलिस ने उन्हें वहां से भी जाने से रोक दिया।
डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने किसान नेताओं को किसी तरह से समझा-बुझाकर शांत कराया, उसके बाद किसान नेता अर्धनग्न अवस्था में ही दलित प्रेरणा स्थल पर पुनः धरने पर बैठ गए हैं।