एक्टर नाना पाटेकर अपनी नायाब एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। नाना पर कुछ समय पहले तनुश्री दत्ता ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। लेकिन नाना एक ऐसे कलाकार हैं जो किसानों के लिए काफी काम करते हैं। ऐसे में हाल ही में नाना पाटेकर ने कहा है कि किसान भिखारी नहीं हैं और अकेले कर्जमाफी से महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों की आत्महत्या की समस्या का समाधान नहीं हो सकता।
नाना पाटेकर ने बुधवार को चिंचवाड़ के एक कार्यक्रम में किसानों को लेकर बात कही है।जिसका आयोजन कलारंग संस्था ने अपनी 21वीं वर्षगांठ के अवसर पर किया था।
यहां नाना पाटेकर ने कहा है कि यदि राजनेता पैसे नहीं देते हैं तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। किसानों को कर्जमाफी नहीं चाहिए। हमें उन्हें भावनात्मक सपोर्ट और धीरज देना चाहिए। हमें उनसे बात करनी चाहिए। अकेले कर्जमाफी से कुछ नहीं होगा। किसान भिखारी नहीं हैं।