मनमोहन देसाई जयंती विशेष: रीयल कैरेक्टर थे एंथोनी गोंजाल्विस, पढ़िए 'अमर, अकबर एंथोनी' से जुड़े 7 इंटरेस्टिंग फैक्टस
By मेघना वर्मा | Published: February 26, 2019 11:55 AM2019-02-26T11:55:33+5:302019-02-26T12:10:18+5:30
अमर अकबर एंथोनी फिल्म की प्रसिद्धी और इसको पसंद करने वालों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उस समय साल 1980 में फिल्म को तेलगु में डब किया गया था जिसका नाम राम रोबोट और रहीम रखा गया था।
बॉलीवुड के महान डायरेक्टर्स की बात करें तो उनमें मनमोहन देसाई का नाम जरूर आता है। आज ही के दिन 26 जनवरी 1937 को मुंबई में इस क्लासिक डायरेक्टर का जन्म हुआ था। अपने फिल्मी सफर ने उन्होंने हिंदी सिनेमा को कुछ बेहतरीन और क्लासिक फिल्में दी हैं। इनमें कूली, नसीब, धर्मवीर और अमर अकबर और एंथोनी जैसी कुछ बेहतरीन फिल्मों का नाम आता है। आज उनकी जयंती पर बात उनकी इसी क्लासिक अमर अकबर एंथोनी की।
साल 1977 में आई इस फिल्म में विनोद खन्ना, ऋषि कपूर और बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ नीतू सिंह, परवीन बॉबी और शबाना आजमी दिखाई दिए थे। फिल्म के कुछ सीन और कुछ गाने मील का पत्थर बन गए। मगर फिल्म की शूटिंग के समय और फिल्म को लेकर कई इंटरेस्टिंग फैक्ट्स हैं।
पढ़े अमर अकबर एंथोनी फिल्म से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
1. अमिताभ बच्चन के मिरर सीन को मनमोहन देसाई के बिना ही शूट किया गया था। जी हां मिड डे की एक रिपोर्ट के मुताबिक उस समय मनमोहन देसाई उसी स्टूडियो में परवरिश फिल्म का क्लाइमैक्स शूट कर रहे थे। जिसकी वजह से वो अमिताभ बच्चन के मिरर वाले सीन को डायरेक्ट नहीं कर पाये थे।
2. फिल्म के एक सीन में जब सारे विलेन्स हीरों को चेस करते हुए कार लेकर कुएं में गिर जाते हैं उस सीन को शूट करने के लिए मनमोहन देसाई ने कैमरा मैन को सख्त निर्देश दिए ते कि वो ये सीन कुएं के अंदर जाकर ही शूट करें।
3. फिल्म में अमिताभ बच्चन का कैरेक्टर एंथोनी गोंजाल्विस, एक रीयल लाइफ कैरेक्टर हैं। जो 1930 में बंबई के फेमस म्यूजिक टीचर थे। गाना माई नेम एंथोनी गोंजाल्विस को लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने कम्पोज किया था। साल 2012 में एंथोनी गोंजाल्विस की डेथ हो गई।
4. अमर अकबर एंथोनी फिल्म की प्रसिद्धी और इसको पसंद करने वालों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उस समय साल 1980 में फिल्म को तेलगु में डब किया गया था जिसका नाम राम रोबोट और रहीम रखा गया था। वहीं मलयालम में बनी फिल्म का नाम जॉन, जफर जनार्दन रखा गया था।
5. इसी फिल्म के गाने हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें...के लिए उस समय के लेजेंड लता मंगेशकर, किशोर कुमार, मोहम्मद रफी और मुकेश ने एक साथ गाना गया था।
6. अमर अकबर एंथोनी सिर्फ हिंदी बेल्ट और हिन्दी भाषा जानने वालों को ही नहीं पसंद आयी थी बल्कि वेस्ट इंडिया में भी इस फिल्म में धूम मचा दी थी। वहां भी इस फिल्म की दीवानगी सर चढ़ कर बोल रही थी।
7. फिल्म के एक सीन में जब अमिताभ बच्चन जेल में रहते हैं तो उनका आधा चेहरा काला होता है। मगर जब उन्हें प्राण के आदमी अगली ही सीन में प्राण के पास ले जाते हैं तो वो मार्क सही हो जाता है। उसके बाद तुरंत ही फिर से अमिताभ के आंख के नीचे चोट के निशान आ जाते हैं।