मालिनी अवस्थी रक्षाबंधन पर PETA के लेदर फ्री कैंपेन पर भड़कीं, कहा-आप उन त्योहारों पर काम करें जो जानवरों की मौत का जश्न मनाते हैं
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: July 17, 2020 01:44 PM2020-07-17T13:44:28+5:302020-07-17T13:44:28+5:30
PETA के साथ मालिनी अवस्थी का यह विवाद कहां तक जाता है यह आने वाला वक्त ही बताएगा, फिलहाल दोनों में रक्षाबंधन पर लेदर फ्री कैंपेन की यह बहस जारी है
लोकगायिका मालिनी अवस्थी अपनी दमदार आवाज के कारण फैंस के दिलों में राज करती हैं। मालिनी के गाने लोगों को काफी पसंद आते हैं। वहीं मालिनी सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं। मालिनी अधिकांशतौर पर हर एक सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे पर खुलकर राय रखती नजर आती हैं। अब मालिनी अवस्थी ने जानवरों के हित में काम करने वाली संस्था PETA के लेदर फ्री कैंपेन पर ट्वीट कर जवाब दिया है।
मालिनी ने कहा कि रक्षाबंधन हिंदुओं का त्योहार है, जहां पेटा का लेदर फ्री कैंपेन कोई मतलब नहीं रखता है। मालिनी ने पेटा को सलाह दी कि वे उन त्योहारों के खिलाफ कैंपेन चलाएं जो जानवरों की मौत का जश्न मनाते हैं।
पेटा के ट्वीट को मालिनी अवस्थी का जवाब
पेटा ने आने वाले रक्षाबंधन त्योहार पर लेदर फ्री कैंपेन को लेकर ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था- 'इस रक्षाबंधन, गायों की भी हिफाजत करें'। #GoLeatherFree #NotOursToWear #VeganLeather #RakshaBandhan'. पेटा के इस ट्वीट पर मालिनी अवस्थी ने नाराजगी जताते हुए कहा था- 'ये बेतुका है! कभी लेदर से बनी राखी के बारे में नहीं सुना! @PetaIndia आपका दुर्भावनापूर्ण कैंपेन अजीब है।
This is absurd! Never heard of Rakhis being made of leather! @PetaIndia your malicious
— मालिनी अवस्थी (@maliniawasthi) July 17, 2020
campaign is weird and sick! https://t.co/CswWu9fp8Q
मालिनी अवस्थी के इस ट्वीट पर पेटा ने भी पलटकर जवाब दिया। उनकी ओर से सफाई देते हुए लिखा गया कि हमने ऐसा नहीं कहा, इस बात से तो आप भी असहमत नहीं हैं कि रक्षा बंधन जैसे शुभ दिन पर हम गायों को भी सुरक्षा प्रदान करें जो कि चमड़ी के अंदर बसी हमारी बहने हैं, जिनके जीवन की सुरक्षा के लिए लेदर-फ्री होने का हम प्रण लें।
वहीं, पेटा की इसी बात पर मालिनी ने दोबारा अपना जवाब दे डाला. उन्होंने लिखा- 'रक्षाबंधन एक हिंदू त्योहार है और हिंदुओं के लिए गाय, भगवान का स्वरूप है। लेदर राखी के बारे में बात करना @PetaIndia का प्रोपागंडा है जिसकी सच्चाई भारत की संस्कृति में है ही नहीं, बल्कि आप उन त्योहारों पर काम करें जो जानवरों की मौत का जश्न मनाते हैं।
Rakshabandhan is a hindu festival & for practising Hindus, Cow is abode of Gods & Goddesses.Preaching about Leather Rakhis, which is not even a cultural reality in India is @PetaIndia 's propaganda. Invest instead in protesting against festivals which celebrate deaths of animals https://t.co/YfFZlMD9c1
— मालिनी अवस्थी (@maliniawasthi) July 17, 2020
अब देखना होगा कि पेटा के साथ मालिनी अवस्थी का ये विवाद कितना लंबा चलता है। लेकिन इतना साफ है कि ये विवाद लंबा खिंच सकता है। वहीं, मालिनी अवस्थी के ट्वीट पर यूजर्स भी जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं देते नजर आ रहे हैं।