Review Laila Majnu : कश्मीर की वादियों में प्यार के नए फ्लेवर को पेश करते हैं आज के लैला-मजनूं
By ऐश्वर्य अवस्थी | Published: September 7, 2018 11:01 AM2018-09-07T11:01:36+5:302018-09-07T11:45:25+5:30
Laila Majnu Movie Review in Hindi:आज के जमाने की नई लैला मजनू की कहानी कश्मीर बेस्ड है। फिल्म को इम्तियाज अली की कलम से निकाला गया है।
लैला मजनूं
निर्देशक - साजिद अली
कलाकार - अविनाश तिवारी, तृप्ति डिमरी, परमीत सेठी, सुमित कॉल
रेट - 2.5/5
प्यार की गहराई की जब भी बात होती है तो लैला मजनूं का नाम सबसे ऊपर आता है। ऐसे में फैंस के लिए फिल्म 'लैला मजनूं' इस हफ्ते रिलीज हुई है। ये फिल्म एक खूबसूरत प्रेम कहानी को पेश करती है। लव स्टोरी आधारित ये फिल्म ऐसे दो प्रेमियों की है, जिनके परिवार एक दूसरे से लड़ रहे हैं। आज के जमाने की नई लैला मजनू की कहानी कश्मीर बेस्ड है। फिल्म को इम्तियाज अली की कलम से निकाला गया है। फिल्म की कहानी कसी हुई है जो दर्शकों को थिएटर में बांधे रखने में सफल हो सकती है। फिल्म देखने से पहले आइए आपको बताते हैं कि फिल्म कैसा है-
स्टोरी
फिल्म की कहानी कश्मीर से शुरू होती है, तृप्ति डिमरी (लैला) से जो कॉलेज में पढ़ने वाली एक लड़की है। थोड़ी आशिक मिजाजकैस बट उर्फ मजनूँ (अविनाश तिवारी) अपने पुराने ट्रैक रिकॉर्ड की वजह से बदनाम होता है। ऐसे में एक रात इत्तफाक से लैला उससे टकरा जाती है। इस मुलाकात में कैस के पास उसकी टॉर्च रह जाती है और एक ही नजर में उसका दिल लैला पर आाता है। वह धीरे धीरे लैला छुपकर पीछा करने लगता है। ऐसी बीच दोनों की दोस्ती हो जाती है। लैला के पिता बने परमीत सेठी को जब ये बात पता चलती है तो वो इमोशनली ब्लैकमेल करके लैला की शादी इब्बन (सुमित कॉल) करवाने की कोशिश करते हैं। लेकिन कैस को लैला से बेइंतहा प्यार करता है वह हर तरीके से लैला के पिता को मनाता है जब वह नहीं मानते हैं तो फिर धमकाता है। लेकिन लैला इसी बीच शादी के लिए मना कर देती है तो वो कहीं गायब हो जाता है और चार साल बाद कैस अपने पिता का इंतकाल होने पर वापस लौटता है। कहानी का असली ट्वीस्ट यहीं से शुरू होता है जब वह वापस आने पर लैला उसे मिल तो जाती है लेकिन वो उसे पाने के पहले जैसी कोशिशें न करके, अपनी ही दुनिया में खो जाता है। फिल्म की स्टोरी में डायरेक्टर साजिद अली क़ैस को मजनूं बनाकर स्टोरी को जस्टिफाइ करने की कोशिशें करते हैं।
अभिनय
फिल्म की कहानी को तो बहुत ही प्यार के साथ पेश किया गया है। लेकिन अगर बात अब हम अभिनय की करें तो अविनाश तिवारी और तृप्ति डिमरी ने खुद को साबित कर दिया है। कहा जा सकता है कि अविनाश तिवारी ने मजनूं के रोल को बेहद ही सादगी से निभाया है और उसमें उन्हें सफलता भी मिली हैष वहीं बात तृप्ति डिमरी की करें तो उन्होने भी काफी हद तक अपने रोल को निभाया है। वहीं, सुमित कॉल लैला के पति के रोल और विलेन के तौर पर जंचे हैं।
निर्देशन
इम्तियाज अली के भाई साजिद अली ने अपने भाई की तरह से ही बेहतरीन निर्देशन को पेश किया है। फिल्म की शूटिंग कश्मीर में की गई है तो बहुत ही खूबसूरत नजारों को कहानी के साथ पेश किया गया है। फिल्म पुराने लैला मजनूं के प्रेम को ना पेश करके नए रूप के इश्क को पेश करने वाली कही जा सकती है।