कॉमेडी से लेकर एक्टिंग तक के जरिए फैंस के दिलों पर ताज करने वाले कृष्णा अभिषेक (Krushna Abhishek) इन दिनों कपिल शर्मा के शो 'द कपिल शर्मा शो' में नजर आ रहे हैं। दरअसल, कोरोना वायरस के कारण पहले शूटिंग रुक गई थी, लेकिन अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद एक बार फिर से शूटिंग शुरू हो गई है।
वहीं, अपने खास कॉमिक सेंस से दर्शकों का मनोरंजन करने वाले कृष्णा ने हाल ही में नेपोटिज्म पर अपनी राय रखी। कृष्णा अभिषेक ने हिंदुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि उन्होंने अभिनेता गोविंदा (Govinda) के भांजा होने के बावजूद उन्हें इंडस्ट्री में संघर्ष करना पड़ा। कृष्णा ने ये भी कहा कि उन्होंने इंडस्ट्री में कैसे अपने दम पर पहचान बनाई। मालूम हो, सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद इन दिनों नेपोटिज्म और आउटसाइडर्स पर बहस छिड़ी हुई है।
इस बहस को लेकर कई सेलेब्स सोशल मीडिया पर अपनी बात रखते हुए सामने आ रहे हैं। कृष्णा ने आगे बताया, 'हां मैं गोविंदा का भांजा हूं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वो मेरी जगह आकर काम करेंगे। वो नहीं आते मेरे लिए काम करने, मुझे खुद काम करना पड़ता है। हां ये हो सकता है कि वो मुझे काम दिला दें लेकिन काम भी तो मुझे तब मिलेगा जब मेरे में टैलेंट होगा। नेपोटिज्म का इसमें कोई रोल नहीं है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आप फिल्म इंडस्ट्री के किस परिवार से ताल्लुक रखते हो।'
उन्होंने ये भी कहा, 'मैं जिस परिवार से हूं, उस हिसाब से तो मुझे वरुण धवन की जगह होना चाहिए था। मगर मैं अभी भी अपने दम पर ही स्ट्रगल कर रहा हूं। वरुण धवन के पिता डेविड धवन हैं, लेकिन वह भी शायद सोचते हैं कि उन्हें किसी और स्थिति में होना चाहिए। हर किसी की अपनी यात्रा और संघर्ष है। ये लोग जो ऐसी चीजों के बारे में बात कर रहे हैं वे ऐसे लोग हैं जो घर पर हैं और कोई काम नहीं कर रहे हैं।'