'कुछ दिन तो गुजारो अफगानिस्तान में', अफगान मुस्लिमों को भारतीय राष्ट्रीयता देने के सवाल पर बोले अभिनेता
By अनिल शर्मा | Published: August 25, 2021 10:58 AM2021-08-25T10:58:55+5:302021-08-25T11:13:46+5:30
कमाल राशिद खान यानी केआरके ने ट्विट किया, हमारी सरकार को उन सभी हिंदू और सिखों को राष्ट्रीयता देनी चाहिए, जो अफगानिस्तान से वापस आ रहे हैं। मानवता सभी धर्मों से बड़ी है। इसलिए हमारी सरकार को उन्हें स्वीकार करने के लिए बड़ा दिल दिखाना चाहिए।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने वहां के हालात को लेकर एक बयान जारी किया था जिसमें अफगानिस्तान कि स्थितियों को नाजुक और पूरी दुनिया के लिए चिंता का कारण बताया था। बयान में कहा था कि वहां के सही इस्लाम को मानने वाले और कुरान के अनुसार चलने वाले सच्चे मुसलमानों का तालीबानी कट्टरपंथी प्रताड़ित कर रहे हैं। हालांकि विश्व के कई इस्लामिक संगठनों ने इस पर चुप्पी साध ली है।
इस बीच फिल्म क्रिटिक व अभिनेता कमाल राशिद खान यानी केआरके ने अफगानिस्तानी मुस्लिमों को भारतीय राष्ट्रीयता दिए जाने के सवाल पर अपनी राय दी है। केआरके ने ट्विट किया, हमारी सरकार को उन सभी हिंदू और सिखों को राष्ट्रीयता देनी चाहिए, जो अफगानिस्तान से वापस आ रहे हैं। मानवता सभी धर्मों से बड़ी है। इसलिए हमारी सरकार को उन्हें स्वीकार करने के लिए बड़ा दिल दिखाना चाहिए।
Our government must give nationality to all the Hindu and Sikh, who are coming back from #Afghanistan. Humanity is bigger than all the religions. So our govt should show big heart to accept them.
— KRK (@kamaalrkhan) August 24, 2021
कमाल राशिद के इस ट्वीट पर लोगों ने उन्हें इस बात को लेकर ट्रोल करने लगे कि क्या सिख और हिंदू ही मानवता के दायरे में आते हैं, मुसलमान नहीं। लोगों के इस सवाल पर केआरके ने एक और ट्वीट किया। केआरके ने कहा कि 'भारत को अफगान मुसलमानों को राष्ट्रीयता क्यों देनी चाहिए जबकि अफगानिस्तान एक मुस्लिम देश है? क्या हम सभी मुसलमान भाई हैं? तो अब कुछ दिन तो गुजारो अफगानिस्तान में!
Why should India give nationality to Afghan Muslims when #Afghanistan is a Muslim country? We all muslims are brothers? Toh Ab Kuch Din Toh Guzaaro Afghanistan Main!
— KRK (@kamaalrkhan) August 24, 2021
इससे पहले केआरके ने अपने एक ट्वीट में मुस्लिमों के लिए भारत को सर्वश्रेष्ठ देश बताया था। केआरके ने लिखा था- मैंने अपने बच्चों से कहा है कि दुनिया में चाहे जहां जाएं, चाहे जो करें, लेकिन कभी भी अपनी राष्ट्रीयता न बदलें, क्योंकि भारत दुनिया में सर्वश्रेष्ठ है। कुछ भारतीय मुस्लिम ऐसा सोच सकते हैं कि भारत उनके लिए अच्छा नहीं है, लेकिन ऐसा सोचने का सिर्फ एख ही कारण है और वह यह है कि उन्होंने अपने जीवन में किसी अन्य मुस्लिम देश को देखा ही नहीं है।