जो नेपोटिज्म की बात करते हैं वे मुझे देख लें, बोलीं काजोल की बहन तनीषा मुखर्जी- इसकी विफलता का बड़ा उदाहरण मैं हूं
By अनिल शर्मा | Updated: July 14, 2021 16:18 IST2021-07-14T16:16:20+5:302021-07-14T16:18:09+5:30
नीषा ने कहा कि एक स्टार किड होने के फायदे और नुकसान हैं। नेपोटिज्म पर बोलते हुए कहा कि यह एक बकवास तर्क है। यह सिर्फ एक फैंसी शब्द है जिसका लोग संदर्भ के बाहर बहुत उपयोग कर रहे हैं।

जो नेपोटिज्म की बात करते हैं वे मुझे देख लें, बोलीं काजोल की बहन तनीषा मुखर्जी- इसकी विफलता का बड़ा उदाहरण मैं हूं
बॉलीवुड में नोपटिज्म का मुद्दा काफी पुराना है। हालांकि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद ये मुद्दा काफी गरमा गया। इस बीच काजोल की बहन और रानी मुखर्जी की कजिन तनीषा मुखर्जी ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अपने हालिया एक इंटरव्यू में तनीषा ने कहा है कि स्टार किड होने से सफलता की गारंटी नहीं मिलती। इस बाबत तनीषा ने खुद का उदाहरण दिया।
तनीषा ने कहा कि मेरे एक तरफ रानी मुखर्जी. एक तरफ अजय देवगन, तनुजा मां और काजोल मेरी बहन है। बकौल तनीषान- नेपोटिज्म की विफलता का सबसे बड़ा उदाहरण मैं हूं। तनीषा मुखर्जी ने आगे कहा कि नेपोटिज्म पर बात करने वाले पहले मुझे देख लें फिर बात करें। शुरुआती दौर में कई फिल्मों का हिस्सा रहीं तनीषा मुखर्जी ने नेपोटिज्म की बहस को बकवास करार दिया है। उन्होंने कहा कि आप भले ही स्टार किड क्यों न हों, लेकिन इसमें बहुत मेहनत करनी पड़ती है।
ईटाइम्स से बात करते हुए, तनीषा ने कहा कि एक स्टार किड होने के फायदे और नुकसान हैं। नेपोटिज्म पर बोलते हुए कहा कि यह एक बकवास तर्क है। यह सिर्फ एक फैंसी शब्द है जिसका लोग संदर्भ के बाहर बहुत उपयोग कर रहे हैं। कई बार। आज की इंडस्ट्री में यदि आप कड़ी मेहनत नहीं कर रहे हैं, तो आपको नहीं देखा जाएगा। यहां कड़ी मेहनत है। हर चीज के पक्ष और विपक्ष हैं। बिग बॉस की पूर्व कंटेस्टेंट रहीं तनीषा ने यह भी कहा कि स्टार किड्स होने के अलावा, आलिया भट्ट, रणबीर कपूर और वरुण धवन जैसे अभिनेता बेहद प्रतिभाशाली हैं।