कंगना के समर्थन में उतरे अभिनेता विक्रम गोखले, कहा- बयान से सहमत हूं, हमें आजादी दी गई थी
By अनिल शर्मा | Published: November 15, 2021 09:56 AM2021-11-15T09:56:42+5:302021-11-15T10:05:53+5:30
गोखले ने रविवार को पुणे में एक समारोह में बोलते हुए कहा, मैं रनौत के बयान से सहमत हूं। हमें आजादी दी गई। जब स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी दी गई (ब्रिटिश राज के दौरान) तो बहुत से लोग मूकदर्शक बने रहे
मुंबईः कंगना रनौत के आजादीवाले बयान को लेकर एक तरफ जहां हाहाकार मचा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ मशहूर मराठी अभिनेता विक्रम गोखले ने उनका समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि हमें आजादी दी गई थी। गोखले ने इसके साथ ही ये भी कहा कि भारत को कभी भी "हरा" नहीं होना चाहिए और इसे "भगवा" बनाए रखने के प्रयास किए जाने चाहिए।
गोखले की टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया और कांग्रेस ने उनकी टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना की। कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंधे ने कहा, भारत हमेशा विविध रहेगा और एक रंग का नहीं हो सकता। अपने बयान में गोखले ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की आजादीवाले बयान को सही ठहराया। अभिनेत्री ने कहा था कि 1947 की आजादी भीख में मिली थी असली आजादी 2014 में मिली।
गोखले ने रविवार को पुणे में एक समारोह में बोलते हुए कहा, "मैं रनौत के बयान से सहमत हूं। हमें आजादी दी गई। जब स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी दी गई (ब्रिटिश राज के दौरान) तो बहुत से लोग मूकदर्शक बने रहे। मूकदर्शक बने इन दर्शकों में कई वरिष्ठ नेता भी शामिल थे। उन्होंने उन स्वतंत्रता सेनानियों को नहीं बचाया जो अंग्रेजों के खिलाफ लड़ रहे थे। गोखले ने कहा, भाजपा सहित हर राजनीतिक दल विवादों से लाभ उठाने की कोशिश करते हैं।
त्रिपुरा में कथित सांप्रदायिक हिंसा और अमरावती और महाराष्ट्र के अन्य शहरों में जहां पथराव की घटनाएं हुई थीं, वहां इसकी गूंज के बारे में पूछे जाने पर अभिनेता ने कहा कि सांप्रदायिक दंगे वोट बैंक की राजनीति का परिणाम हैं। उन्होंने दावा किया, हर राजनीतिक दल इसे (वोट बैंक की राजनीति) खेलता है। महाराष्ट्र में राजनीतिक परिदृश्य पर बोलते हुए गोखले ने कहा कि पूर्व सहयोगी शिवसेना और भाजपा को देश की बेहतरी के लिए फिर से एक साथ आना चाहिए।