हिजाब विवाद: 'यदि पगड़ी पहन सकते हैं तो फिर हिजाब क्यों नहीं', एक्ट्रेस सोनम कपूर ने की यह टिप्पणी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 11, 2022 04:46 PM2022-02-11T16:46:22+5:302022-02-11T16:57:57+5:30
अभिनेत्री सोनम कपूर ने इंस्टाग्राम पर सिख पगड़ी में एक पुरुष और हिजाब में एक महिला की तस्वीर साझा करते हुए सवाल किया कि जब पगड़ी पहनी जा सकती है तो फिर हिजाब क्यों नहीं पहना जा सकता है।
बेंगलुरु: हिजाब विवाद अब राजनीति के गलियारों से होता हुआ बॉलीवुड में भी बहस का विषय बन गया है। मुस्लिम छात्राओं के द्वारा पहने जाने वाला हिजाब इस समय पूरे देश में ज्वलंत प्रश्न बना हुआ है। ऐसे में एक्ट्रेस सोनम कपूर ने इस मामले में टिप्पणी करते हुए बड़ा प्रश्न खड़ा कर दिया है।
अभिनेत्री सोनम कपूर ने इंस्टाग्राम पर सिख पगड़ी में एक पुरुष और हिजाब में एक महिला की तस्वीर साझा करते हुए सवाल किया है कि जब पगड़ी पहनी जा सकती है तो फिर हिजाब क्यों नहीं?
एक्ट्रेस सोनम कपूर ने यह इंस्टाग्राम की पोस्ट ऐसे समय में शेयर की है जब राजनीति, न्यायपालिका और अन्य सामाजिक मंचों पर व्यापक रूप से मुस्लिम महिलाओं या लड़कियों द्वारा हिजाब के पहनने या फिर उसे प्रतिबंधित किये जाने को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
सोनम कपूर के अलावा जानेमाने गीतकार जावेद अख्तर ने भी इस मामले में टिप्पणी की थी। जावेद अख्तर ने इस मसले पर ट्विट करते हुए कहा, "मैं कभी भी हिजाब या बुर्के के पक्ष में नहीं रहा। मैं अब भी उस पर कायम हूं, लेकिन साथ गुंडों की इन भीड़ के लिए गहरी निन्दा के अलावा कुछ भी नहीं है जो लड़कियों के एक छोटे समूह को डराने की कोशिश कर रहे हैं और वह भी उसमें नाकाम रहे। क्या यह उनका "मर्दानगी" का विचार है। कितने अफ़सोस की बात है।"
I have never been in favour of Hijab or Burqa. I still stand by that but at the same time I have nothing but deep contempt for these mobs of hooligans who are trying to intimidate a small group of girls and that too unsuccessfully. Is this their idea of “MANLINESS” . What a pity
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) February 10, 2022
मालूम हो कि कर्नाटक सरकार ने बीते 5 फरवरी को सभी स्कूलों और कॉलेजों में समान ड्रेस कोड अनिवार्य कर दिया है, जिसे लेकर मुस्लिम छात्राओं में काफी रोष है क्योंकि उनका कहना है कि संविधान उन्हें पसंद का खानपान और पहनावे की स्वतंत्रता देता है। जिसे कर्नाटक सरकार के इस आदेश से धक्का पहुंच रहा है।
इस बीच शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हिजाब मामले में चीफ जस्टिस एनवी रमना इसे मुद्दे की तत्काल सुनवाई से स्पष्ट इनकार कर दिया। चीफ जस्टिस की बेंच ने मामले को राष्ट्रीय मुद्दा न बनाने की नसीहत देते हुए कहा कि उचित समय पर हम इस अर्जी पर सुनवाई करेंगे।