हैप्पी बर्थडे गुलजार: क्या आप जानते हैं गुलजार की डेब्यू फिल्म का नाम?
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 18, 2018 07:23 AM2018-08-18T07:23:03+5:302018-08-18T08:48:30+5:30
Gulzar unknown facts: गीतकार शैलेंद्र और फिल्मकार बिमल रॉय को गुलज़ार अपना गुरु मानते हैं। गुलजार ने कई सालों तक बिमल रॉय के असिस्टेंट के रूप में काम किया।
हिन्दी सिनेमा में आज गुलजार जैसा गीतकार दूसरा कोई नहीं है। गुलजार की ख्याति गीतकार के रूप में ज्यादा है लेकिन वो उतने ही बड़े पटकथा लेखक, फिल्म निर्देशक, कवि और बाल साहित्य लेखक भी हैं। आज गुलजार के जन्मदिन पर हम आपको बता रहे हैं उनके जीवन की जुड़ी कुछ ऐसी बातें जो कम ही लोग जानते हैं।
1 - गुलजार का जन्म 18 अगस्त 1934 को दीना में हुआ था जो अब पाकिस्तान में है।
2 - गुलजार का असली नाम संपूरण सिंह कालरा है।
3 - फिल्मों में आने से पहले रोजी-रोटी चलाने के लिए गुलजार ने एक गैराज में काम किया था।
4- गीतकार शैलेंद्र और फिल्मकार बिमल रॉय को गुलज़ार अपना गुरु मानते हैं। गुलजार ने कई सालों तक बिमल रॉय के असिस्टेंट के रूप में काम किया।
5- गीतकार गुलजार को फिल्मों में पहला ब्रेक 1960 में राज कपूर की फिल्म श्रीमान सत्यवादी में मिला। इस फिल्म में उन्हें गुलजार दीनवी के रूप में क्रेडिट दिया गया था।
6- बिमल रॉय की फिल्म बंदिनी के क्रेडिट में पहली बार उनका नाम गुलजार के रूप में आया। इस फिल्म के गानों ने उन्हें गीतकार के रूप में स्थापित कर दिया।
7- गीतकार गुलजार ने आनंद, गुड्डी, बावर्ची, नमक हराम जैसी फिल्मों की पटकथा भी लिखी है।
8- 1971 में उन्होंने 'मेरे अपने' फिल्म से निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखा। इस फिल्म में मीना कुमारी, विनोद खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा मुख्य भूमिका में थे। गुलजार अब तक 27 फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं।
9- मशहूर अदाकार मीना कुमारी ने मरने के बाद अपनी डायरियाँ और शेरो-शायरी गुलज़ार के हवाले कर दी थीं।
10- गुलजार ऑस्कर जीतने वाले पहले भारतीय गीतकार हैं। उन्हें स्लमडॉग मिलेनियर फिल्म के गीत 'जय हो' के लिए एआर रहमान के साथ संयुक्त रूप से अकादमी अवार्ड मिला था।