एक्टर नाना पाटेकर अपनी नायाब एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। नाना एक ऐसे कलाकार हैं जो किसानों के लिए काफी काम करते रहे हैं। हाल ही में नाना पाटेकर बिहार के मोकामा स्थित सीआरपीएफ कैंप पहुंचे थे। नाना पटना एयरपोर्ट से सीधा यहां गए थे। आर्मी की वर्दी में नाना पाटेकर जवानों के साथ अपनी बात कहते नजर आए।
मीडिया से बात करते हुए नाना ने कहा कि देश से बढ़कर कुछ नहीं। मैंने ढाई साल सेना को दिए हैं। मुझे पता है कि वो किन परिस्थितियों में काम करते हैं। देश के असली हीरो हमारे जवान हैं। हम तो मामूली से इंसान भी नहीं हैं। बॉलीवुड में चल रहे नेपोटिजम के मुद्दे पर नाना ने मीडिया को ज्यादा ध्यान देने के लिए नहीं कहा। नाना के मुताबिक इन सबसे बढ़कर देश के जवानों और किसानों की बात करना है।
नाना ने खेत में चलाया हल
नाना ने मोकामा के एक खेत में हल चलाकर जय जवान और जय किसान के नारे को भी बुलंद किया। इस दौरान नाना को देखने के लिए वहां काफी भीड़ जुट गई। नाना ने अपनी लोकप्रिय फिल्म यशवंत का मशहूर डायलॉग 'एक मच्छर...' भी जवानों को सुनाया। इसके अलावा नाना पाटेकर ने फैंस से भी मुलाकात की। नाना से मुलाकात कर लोग 'भारत माता की जय' और 'वंदे मातरम' के नारे लगाते भी नजर आए।
किसानों के अधिकारों को लेकर नाना ने हमेशा उठाई है अवाज
कुछ महीने पहले नाना पाटेकर ने कहा था कि किसान भिखारी नहीं हैं और अकेले कर्जमाफी से महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों की आत्महत्या की समस्या का समाधान नहीं हो सकता। नाना पाटेकर ने कहा था कि यदि राजनेता पैसे नहीं देते हैं तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। किसानों को कर्जमाफी नहीं चाहिए। हमें उन्हें भावनात्मक सपोर्ट और धीरज देना चाहिए। हमें उनसे बात करनी चाहिए। अकेले कर्जमाफी से कुछ नहीं होगा। किसान भिखारी नहीं हैं।