इमरान हाशमी की नई फिल्म वाए चीट इंडिया शुक्रवार को रिलीज हो चुकी है। इंडियन एजुकेशन सिस्टम पर सवाल उठाती फिल्म चीट इंडिया को शिक्षा तंत्र के दीमक को दिखाती है। इस फिल्म में चीटिंग माफिया का पर्दाफाश किया गया है। इस बार सीरियल किसर की इमेज से बाहर निकर आए इमरान ने लोगों के सामने से शिक्षा क्षेत्र की गड़बड़ियों से पर्दाफाश किया है। चलिए आपको बताते हैं इस फिल्म वाय चीट इंडिया को किसने कितने स्टार दिए।
क्या है फिल्म की कहानी
वाय चीट इंडिया की कहानी राकेश सिंह उर्फ रॉकी (इमरान हाशमी) की है। जो अपने परिवार और उनके सपनों को अपने कंधे पर उठाए है और उसके बोझ तले दबा है। इन्हीं वजह से वो चीटिंग के दीमक की राह पर चलने लगता है। इस फिल्म में राकेश को एक ऐसे आदमी के रूप में दिखाया गया है जो एजुकेशन सिस्टम में अंदर तक अपनी पहचान बना चुका माफिया है। वह एजुकेशन सिस्टम की कमियों का जमकर फायदा उठाता है। गरीब मेधावी छात्रों की बुद्धि और योग्यता का इस्तेमाल करता है। इन बच्चों से वो अमीर जादे बच्चों के लिए एंट्रेंस एग्जाम दिलवाता है और उनसे पैसे बनाता है।
काबिल स्टूडेंट्स के बल पर मोटा माल कमाने की इच्छा लिए इमरान को अय्याशी की लत भी हो जाती है। फिल्म में भारतीय शिक्षा प्रणाली की खामियों को उकारा गया है जिससे हर साल ना जाने कितने ही मेधावी छात्रों को अपनी काबलियत का परिणाम नहीं मिल पाता।
बॉलीवुड वेबसाइट पिंकविला ने इस फिल्म को पांच में से ढ़ाई स्टार दिए हैं। पिंकविला की रिपोर्ट के मुताबिक फिल्म का कॉन्सेप्ट ठीक है मगर उसे 90 के दशक के बहुत ही ड्रामेटिक वे में किया गया है। फिल्म को ट्रैकी सॉग्स और सीन के साथ मैच करके दिखाने की कोशिश की गई है। पिंकविला के अनुसार फिल्म में इमरान की एक्टिंग अच्छी जिसके सहारे फिल्म देखी जा सकती हैं। हां वहीं फिल्म में कुछ दृश्यों को इतनी खूबसूरती से दिखाया गया है कि वो याद रह जाएंगें।
वहीं हिंदुस्तान टाइम्स ने फिल्म को 5 में से 1.5 स्टार दिए हैं। एचटी के मुताबिक फिल्म का कॉन्सेप्ट अच्छा है मगर फिल्म कहीं ठहर नहीं पाती। फिल्म की स्क्रीप्ट और राइटिंग में भी झोल है जो इस फिल्म से आपको जोड़ नहीं पाएगा। फिल्म फनी तो है पर एट द सेम टाइम वो स्मार्ट नहीं बन पाई। शायद इसलिए फिल्म से आप कनेक्ट नहीं हो पाते।
वहीं मिड डे ने भी इस फिल्म को 5 में से 1.5 स्टार दिया है। मिड डे के रिव्यू के मुताबिक फिल्म शुरू तो होती है काफी अच्छी मगर अंत तक आते-आते ये आपको बोर कर जाएगी। फिल्म इंडियन एजिकेशन सिस्टम पर सवाल तो सही खड़ा किया है मगर उसे स्क्रीन पर दिखाने में नाकामयाब रही है।
वहीं हंगामा ने इस फिल्म को पांच में से साढ़े चार स्टार दिया है। हंगामा साइट के मुताबिक बहुत समय बाद कोई जबरजस्त कॉन्सेप्ट के साथ बेहतरीन फिल्म आई है जिसने सही मुद्दा उठाया है। सुपरहिट फिल्म बताते हुए हंगामा ने फिल्म में एक्टिंग की तारीफ की है।
वहीं बॉलीवुड वेबसाइट ऑलवेज बॉलीवुड ने इस फिल्म को चार स्टार दिया है। इस फिल्म को साइट ने इंडियन एजुकेशन को टेरेफिक रियलिस्टिक फिल्म बताया है। इस साइट ने इमरान हाशमी को उनके करियर की बेस्ट एक्टिंग बता डाला है।