राजस्थान में जारी सियासी उठा पटक जारी है। ऐसे में विरोध में उतरे कांग्रेस नेता सचिन पायलट के बीजेपी में शामिल होने कयास लगाए जा रहे हैं। इस ड्रामे के बीच सचिन पायलट ने कहा है कि वे बीजेपी में शामिल नहीं होने जा रहा हैं। सचिन पायलट ने राजस्थानकांग्रेस में बगावत कर अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस बीच रविवार से उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लग रही हैं। ये भी कहा जा रहा है कि सचिन पायलट आज जेपी नड्डा से मुलाकात कर सकते हैं।
सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बागी तेवरों के बाद राजस्थान सरकार संकट में आती नजर आ रही है। इस पर सोशल मीडिया में लोगों के जमकर रिएक्शन भी आ रहे हैं। बॉलीवुड के फेमस डायरेक्टर हंसल मेहता (Hansal Mehta) ने इस राजनैतिक परिदृश्य को लेकर ट्वीट किया है और नेताओं पर उनके रवैये को लेकर निशाना साधा है।
बॉलीवुड डायरेक्टर हंसल मेहता (Hansal Mehta) ने राजस्थान सरकार के संकट (Rajasthan Government Crisis) को लेकर ट्वीट किया है, 'महामारी का दौर है। गंभीर आर्थिक संकट है, सैन्य संकट भी सिर पर है, लेकिन नेता लोग तो खरीद-फरोख्त, सरकार गिराने, अव्यवस्था फैलाने में लगे हैं, किसी चीज पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। क्या यह नेता है? क्या यह वाकई जनता की सेवा कर रहे हैं?' इस तरह उन्होंने पूरे परिदृश्य को लेकर अपना गुस्सा दिखाया है।
सचिन पायलट ने बीजेपी में शामिल होने से किया मना
सचिन पायलट ने फिलहाल बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को खारिज किया है। बता दें कि पायलट दिल्ली में हैं और उनका दावा है कि राजस्थान के कम से कम 30 विधायकों का समर्थन हासिल है।
वहीं, जयपुर में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक है और पायलट साफ कर चुके हैं कि वे इसमें हिस्सा नहीं लेंगे। हालांकि कांग्रेस की ओर से व्हिप भी जारी किया जा चुका है।
वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने दावा किया है कि राज्य के 109 विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में हैं और उन्होंने इस संबंध में एक समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ और विधायक भी मुख्यमंत्री गहलोत के संपर्क में हैं और वे भी समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर कर देंगे। राजस्थान में जारी राजनीतिक उठा पटक के बीच पांडे ने मुख्यमंत्री निवास पर रविवार देर रात ढाई बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कही।
पांडे ने कहा कि विधायकों को सोमवार सुबह 10.30 बजे होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए व्हिप जारी किया गया है। बैठक में भाग नहीं लेने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि पायलट ने रविवार रात दावा किया कि अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है और 30 से अधिक विधायकों ने उन्हें समर्थन देने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें समर्थन देने वाले इन विधायकों में कांग्रेस के विधायक और निर्दलीय विधायक शामिल हैं।