जानिए नरगिस का असली नाम, मदर इंडिया के सेट पर सुनील दत्त से ऐसे हुआ था प्यार
By भारती द्विवेदी | Published: May 3, 2018 12:36 PM2018-05-03T12:36:57+5:302018-05-03T12:38:26+5:30
फिल्म 'बॉबी' में डिंपल और ऋषि कपूर की पहली मुलाकात वाली दृश्य की प्रेरणा नरगिस ही थीं। असल जिंदगी में राजकपूर और नरगिस ऐसे ही मिले थे।
फिल्म 'बॉबी' में का वो सीन, जब ऋषि कपूर मिसेज ब्रिगैंजा से मिलने उनके घर जाते हैं। दरवाजा खटखटाते के साथ दूसरे साइड से आवाज आती है, कौन? बाहर खड़े ऋषि कपूर कहते हैं मैं। मैं कौन? पूछती हुई डिंपल कपाड़िया दरवाजा खोलती हैं। चंद सेकेंड एक-दूसरे को देखने के बाद दोनों के बीच नोंकझोंक वाली बातें शुरू होती हैं और इसी दौरान डिंपल अपने बालों को ठीक करने के लिए माथे पर हाथ फेरती हैं और उनके माथे पर बेसन लग जाता है। फिल्म 'बॉबी' के इस आइकॉनिक सीन के लिए नरगिस राजकपूर की प्रेरणा थीं।
फिल्म का ये सीन राजकपूर और नरगिस की पहली मुलाकात पर आधारित थी। असल जिंदगी में जब राजकपूर नरगिस की मां जद्दनबाई से मिलने गए थे। जब वो उनके घर पहुंचे तो दरवाजा नरगिस ने खोला और उस दौरान उनके माथे पर बेसन लगा गया क्योंकि वो उस समय पकौड़े बना रही थीं। फिल्म बनाते समय राजकपूर ने अपनी मुलाकात के इस दृश्य को डिंपल और ऋषि पर फिल्माया।
फातिमा से बेबी नरगिस और नरगिस तक का सफर
फातिमा रशीद का जन्म 1 जून 1929 को कलकत्ता में (तबके कोलकाता) हुआ था। मात्र छह साल की उम्र में फातिमा रशीद ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्म ‘तलाश-ए-हक’ में काम किया था। ये फिल्म साल 1935 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में नरगिस का परिचय बेबी नरगिस दिया गया था। नरगिस एक फारसी शब्द है, जिसका मतलब होता है डैफोडिल का फूल। जिसे बेबी नरगिस भी कहते हैं। इस बाद फिल्म इंडस्ट्री फातिमा रशीद को बेबी नरगिस के नाम से बुलाने लगा, बाद पर्दे पर उनका नाम नरगिस ही बुलाया जाने लगा। नरगिस की मां जद्दनबाई एक क्लासिकल सिंगर थीं, वहीं पिता उत्तमचंद मोहनचंद एक डॉक्टर थे। हालांकि बाद में नरगिस के पिता ने इस्लाम कबूल कर लिया था।नरगिस के भाई अनवर हुसैन भी फिल्म इंडस्ट्री से ही जुड़े थे। 14 साल की उम्र में नरगिस पर्दे पर बतौर हीरोइन दिखीं। फिल्म का नाम था ‘तकदीर’ और डायरेक्टर थे महबूब खान।
जब सुनील दत्त ने ये बताया कि उन्हें क्यों नरगिस से प्यार हुआ
किस्सों के अनुसार फिल्म 'मदर इंडिया' की शूटिंग के दौरान सेट पर भंयकर आग लगी, जिसमें नरगिस घिर गई थीं। तब सुनील दत्त ने उन्हें बचाया था, जिसके बाद दोनों के बीच प्यार हुआ। सुनील दत्त इस कहानी को खारिज करते हैं। उनके एक पुराने इंटरव्यू के अनुसार एक बार उनकी बहन बेहद बीमार थीं, तब नरगिस ने उनका ख्याल रखा था और डॉक्टर को दिखाया था। जिसके बाद सुनील दत्त को एहसास हुआ कि नरगिस उनके साथ उनके परिवार का भी ख्याल रख सकती हैं। फिर उन्होंने डरते-डरते अपने प्यार का इजहार किया।
आखिर क्यों दिलीप कुमार ने 'मदर इंडिया' में काम करने से किया था इनकार
नरगिस-राजकपूर, नरगिस-दिलीप कुमार, ये दोनों ही जोड़ी दर्शकों के बीच बहुत हिट थी। नरगिस और दिलीप कुमार ने साथ में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं। पुरानी रिपोर्ट्स की माने तो फिल्म 'मदर इंडिया' में बिरजू के रोल के लिए पहले दिलीप कुमार से बात की गई थी। लेकिन दिलीप कुमार ने ये कहते हुए माना कर दिया कि नरगिस मेरी हीरोइन हैं। मैं पूरी फिल्म में उन्हें मां नहीं कह सकता। ये सुनकर डायरेक्टर महबूब खान ने ये तक कहा कि हम आपका डबल रोल करेंगे। पिता भी आप और बेटे के किरदार में भी आप। दिलीप कुमार तब भी नरगिस के बेटे बनने को तैयार नहीं हुए। फिर ये रोल सुनील दत्त को मिला।