सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से बॉलीवुड का एक नया रूख देखने को मिल रहा है। कंगना रनौत खुलकर बॉलीवुड के कुछ लोगों के विपक्ष में उतर आई हैं और जमकर लताड़ती नजर आ रही हैं। हाल ही में कंगना ने एक इंटरव्यू दिया है जिसके बाद से वह लगातार सुर्खियों में हैं। बॉलीवुड के कुछ सेलेब्स ने कंगना के कुछ बयानों के खिलाफ ट्विटर पर भड़काऊ ट्वीट कर रहे हैं, वहीं एक क्रिकेटर ने उनका पक्ष लिया है। क्रिकेटर मनोज तिवारी ने कंगना का खुलकर पक्ष लिया है।
यह शायद पहली बार है जब किसी क्रिकेटर ने किसी बॉलीवुड विवाद पर बात की है। दरअसल सुशांत के निधन के बाद से कुछ खास लोगों पर काफी गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। ऐसे में हाल ही में कंगना ने नेपोटिज्म और पक्षपात को बढ़ावा देने के लिए कुछ ए-लिस्टर्स को टारगेट किया। उन्होंने यह भी कहा कि तापसी पन्नू और स्वरा भास्कर "बी-ग्रेड अभिनेत्रियां" और "चापलूस" हैं।
वहीं अब कंगना के पक्ष में क्रिकेट जगत से कोई उतरा है। कंगना के पक्ष में मनोज तिवारी हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'जो लोग कंगना पर हमला कर रहे हैं, वे इसके बजाय खुद को उजागर कर रहे हैं कि वे अंदर से कैसे हैं। उन्होंने लोगों से यह भी कहा कि अगर वे उसका समर्थन नहीं कर सकते तो चुप रहें।
मनोत तिवारी ने लिखा, 'जो लोग अपने बयानों के लिए कंगना रनौत पर हमला कर रहे हैं, वे खुद को उजागर कर रहे हैं कि वे अंदर से कौन हैं, लेकिन याद रखें कि जब कर्म वापस आते हैं, तो यह बिना किसी मेनू के आपके साथ वापस आ जाते हैं, आपको वह मिलता है जिसकी आप हकदार हैं, इसलिए अपने आप को संभालो, आप सब आ रहे हैं।
आगे क्रिकेटर ने कहा है कि कंगना बनाम बाकी हमेशा के लिए चले जाएंगे, लेकिन आशा करते हैं कि ध्यान अन्य विषयों पर स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। जैसे ही लोग नींद से जागे और कंगना पर हमला करना शुरू कर दिया, जब वह खुलकर सामने आईं, वे अपना मुंह बंद क्यों नहीं रख सकते, जो उसका समर्थन नहीं कर सकते।
क्या कहा कंगना ने
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में कंगना ने कहा था, 'मुंबई पुलिस ने मुझे बुलाया और मैंने भी उनसे पूछा कि मैं मनाली में हूं और क्या आप किसी को मेरे यहां भेज सकते हैं मेरा बयान लेने के लिए, लेकिन उसके बाद मुझे कोई जवाब नहीं मिला। मैं बता रही हूं, कि अगर मैंने कुछ ऐसा कह दिया हो, जिसकी मैं गवाही नहीं दे सकती, जिसे मैं साबित नहीं कर सकती और जो जनता के हित में नहीं है तो मैं अपना पद्मश्री लौटा दूंगी। मैं उसकी हकदार नहीं हूं फिर। मैं वो इंसान नहीं हूं जो इस तरह के बयान दे और अब तक मैंने जो कुछ भी कहा है वो जनता के हित में ही है।'