बर्थडे स्पेशल: 8 साल स्ट्रगल करने के बाद 'एक दो तीन' से मिली पहचान, जानिए अलका याग्निक से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें
By अमित कुमार | Published: March 20, 2020 07:20 AM2020-03-20T07:20:42+5:302020-03-20T07:20:42+5:30
अलका ने अपने करियर की शुरुआत 1980 में आई फ़िल्म 'पायल की झंकार' से की। लेकिन इस फिल्म में उनके गाने कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकें। 8 साल बाद स्ट्रगल करने के बाद अल्का याग्निक को 'तेज़ाब' (1988) के माधुरी दीक्षित पर फिल्माए उनके गीत 'एक,दो, तीन' से एक बड़ी पहचान मिली।
बॉलीवुड की सफल सिंगरों में से एक अलका याग्निक आज अपना 54वां जन्मदिन मना रही हैं। हिंदी सिनेमा में लगातार दो दशकों तक राज करने वाली अलका आजकल सारे गा मा पा लिटिल चैंप्स में बतौर जज मौजूद हैं। अलका याग्निक का जन्म कोलकाता में हुआ। गुजराती परिवार से ताल्लुक रखने वाले अलका के घर का माहौल संगीतमय था, उनकी मां शुभा याग्निक शास्त्रीय गायिका थी।
अलका ने अपने करियर की शुरुआत 1980 में आई फ़िल्म 'पायल की झंकार' से की। लेकिन इस फिल्म में उनके गाने कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकें। 8 साल बाद स्ट्रगल करने के बाद अल्का याग्निक को 'तेज़ाब' (1988) के माधुरी दीक्षित पर फिल्माए उनके गीत 'एक,दो, तीन' से एक बड़ी पहचान मिली। अलका ने 1,114 फिल्मों के लिए 2,482 गाने गाये हैं, अलका याग्निक के गाये गाने बॉलीवुड के इतिहास के कई प्रसिद्ध गाने है। इन गानों में गजब का है दिन , एक दो तीन, चुरा के दिल मेरा जैसे गाने शामिल है।
पर्सनल लाइफ की बात करें तो अलका पहली बार अपने पति नीरज कपूर से साल 1986 में दिल्ली में मिली थी। नीरज शिलॉन्ग बेस्ड बिजनेसमैन थे। उस समय गायिका दिल्ली ट्रेन से अपनी मां के साथ जा रही थीं और नीरज उनकी मां के दोस्त के भतीजे थे और स्टेशन पर दोनों को रिसीव करने पहुंचे थे। यही वो पल थे जब ये दूसरे से टकराए थे। इस बाद फिर ये दोनों धीरे धीरे एक दूसरे के टच में आने लगे। कहा जाता है कि करीब 6 माह तक एक दूसरे के समझ कर इन्होंने अपने रिश्ते को आगे बढ़ाया था।
1988 में दोनों अपने प्यार का खुलासा परिवार से तब किया जब अलका का गाना एक दो तीन पर्दे पर धूम मचा रहा था। हांलाकि दोनों के परिवार रिश्ते के लिए मान गए थे लेकिन दोनों का अलग अलग करियर इनके लिए परेशानी का सबब बना। इनका परिवार नहीं चाहता था भविष्य में दूर रहने के कारण रिश्ते में कोई परेशानी आए। लेकिन अंत में इनके परिवार वालों को इनके आगे झुकना ही पड़ा। अलका और नीरज परिवार वालों को समझाने में कामयाब हुए। लिहाजा 1989 में दोनों ने शादी कर ली।