Bawaal: वरुण धवन और जाहन्वी कपूर की फिल्म 'बवाल' को लेकर खड़ा हुआ विवाद, फिल्म में दिखाए एक सीन को लेकर इजरायल ने जताई आपत्ति
By अंजली चौहान | Published: July 29, 2023 01:53 PM2023-07-29T13:53:02+5:302023-07-29T13:56:18+5:30
वरुण धवन और जान्हवी कपूर की फिल्म बवाल होलोकास्ट और हिटलर के बारे में विवादास्पद पंक्तियों के कारण चर्चा में है।
Bawaal:वरुण धवन और जाहन्वी कपूर की हालिया रिलीज फिल्म 'बवाल' को लेकर विवाद सामने आया है। जहां भारतीय फैन्स को फिल्म पसंद आ रही है वहीं, इजरायल दूतावास ने फिल्म को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।
नितेश तिवारी द्वारा निर्देशित फिल्म को लेकर इजरायली दूतावास ने कहा, ''इजरायली दूतावास हालिया फिल्म 'बवाल' में होलोकॉस्ट के महत्व को तुच्छ बताए जाने का विरोध किया है।"
फिल्म बवाल हाई स्कूल के इतिहास के शिक्षक अजय दीक्षित (वरुण धवन) और उनकी पत्नी निशा (जाह्नवी कपूर) का अनुसरण करता है क्योंकि वे यूरोप दौरे पर जाते हैं, जहां वे ऑशविट्ज़ और एम्स्टर्डम में ऐनी फ्रैंक के घर सहित प्रमुख विश्व युद्ध 2 स्थलों का दौरा करते हैं। फिल्म में वर्ल्ड वॉर 2 के सीन दिखाए गए है जिन्हें लेकर विवाद पैदा हुआ है।
दरअसल सीन में वैवाहिक कलह की तुलना ऑशविट्ज़ से और लालची लोगों की तुलना हिटलर से की गई है। इसमें जान्हवी और वरुण को एक फंतासी सीक्वेंस में नाजी शिविर में धारीदार पायजामा में दिखाया गया है।
फिल्म के सीन में जाहन्वी कहती है कि हम सबकुछ हद तक हिटलर की तरह है और हर रिश्ता अपने ऑस्चविच से गुजरता है। मूवी में गैस चैंबर में जो क्रूरता दिखाई गई है उसका इस्तेमाल दोनों के रिश्ते में बदलाव के तौरा पर उपयोग किया गया है और इसी को लेकर आपत्ति जताई गई है।
क्या कहा इजरायली दूतावास ने?
दूतावास ने ट्विटर पर विरोध जताते हुए कहा कि बवाल में होलोकॉस्ट के महत्व को तुच्छ दिखाया गया जो परेशान करने वाला है। फिल्म में कुछ शब्दावली के उपयोग में गलत विकल्प था, और हालांकि हम मानते हैं कि कोई दुर्भावनापूर्ण इरादा नहीं था, हम उन सभी से आग्रह करते हैं जो होलोकॉस्ट की भयावहता के बारे में पूरी तरह से जागरूक नहीं हैं, वे इसके बारे में खुद को शिक्षित करें।
The Israeli embassy is disturbed by the trivialization of the significance of the Holocaust in the recent movie 'Bawaal'.
— Israel in India (@IsraelinIndia) July 28, 2023
There was a poor choice in the utilization of some terminology in the movie, and though we assume no malice was intended, we urge everyone who may not be…
बयान में कहा गया कि हमारा दूतावास इस महत्वपूर्ण विषय पर शैक्षिक सामग्री का प्रचार-प्रसार करने के लिए लगातार काम कर रहा है, और हम प्रलय से प्राप्त सार्वभौमिक सबक की बेहतर समझ को बढ़ावा देने के लिए सभी व्यक्तियों के साथ बातचीत में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
वहीं, भारत में इजरायली राजदूत नाओर गिलोन ने भी ट्वीट किया, ''मैंने बवाल फिल्म नहीं देखी और न ही देखूंगा, लेकिन मैंने जो पढ़ा है, उसमें शब्दावली और प्रतीकवाद का खराब विकल्प था। प्रलय का तुच्छीकरण सभी को परेशान करना चाहिए। मैं उन लोगों से आग्रह करता हूं जो #प्रलय की भयावहता के बारे में पर्याप्त नहीं जानते हैं कि वे इसके बारे में खुद को शिक्षित करें।"
नितेश तिवारी ने क्या कहा?
21 जुलाई को प्राइम वीडियो पर फिल्म की रिलीज से पहले, तिवारी ने पीटीआई को बताया कि उन्होंने इतिहास के अध्यायों को शामिल करने की कोशिश की है जो फिल्म के मुख्य पात्रों की भूमिका में योगदान करते हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने जिन घटनाओं को रखा है, जो फिल्म में पात्रों और उनके रिश्तों के आर्क में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्रत्येक घटना को सावधानीपूर्वक चुना गया है। विश्व युद्ध 2 बहुत बड़ा है, इसमें बहुत कुछ है।