Baazaar Movie Review: फीका है सैफ अली खान और राधिका आप्टे का 'बाज़ार'
By लोकमत न्यूज़ ब्यूरो | Published: October 26, 2018 12:22 PM2018-10-26T12:22:15+5:302018-10-26T13:16:22+5:30
Baazaar: फिल्म में सैफ अली खान, रोहन मेहरा, राधिका आप्टे और चित्रांगदा सिंह लीड रोल्स में है। एक्टिंग के मामले सब किरदारों ने अपने रोल्स के साथ जस्टिस किया है।
फिल्म का नाम: बाज़ार
डायरेक्टर: गौरव के चावला
स्टार कास्ट: सैफ अली खान, चित्रांगदा सिंह, रोहन मेहरा, राधिका आप्टे
अवधि: 2 घंटा 20 मिनट
रेटिंग: 2.5 स्टार
सैफ अली खान, रोहन मेहरा, राधिका आप्टे और चित्रांगदा सिंह स्टारर बाज़ार आज बड़े परदे पर रिलीज़ हो गई है। इस फिल्म में स्टॉक मार्केट के उतार-चढ़ाव को दिखाया गया। फ़िल्म प्यार, पैसा, और धोखे की कहानी है। फिल्म शेयर बाजार की अनोखी दुनिया और उसमें उलझते किरदारों की कहानी है। चलिए आपको बताते है की नवाब साहब की बाज़ार में कितनी मंदी है।
बाज़ार की कहानी
फिल्म बाजार की कहानी शेयरों और कंपनियों की खरीद-फरोख्त से पैसा कमाने वाले शकुन कोठारी (सैफ अली खान) है की है। शकुन कोठारी पैसा कमाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। शकुन के साथ के बिजनसमैन उसे बिलकुल पसंद नहीं करते क्योंकि उसके काम करने का तरीका सबसे अलग है। फिर एंट्री होती है इलाहाबाद (प्रयागराज) जैसे छोटे शहर के रिजवान अहमद (रोहन मेहरा) की। रिजवान के ख्वाब काफी बड़े हैं और वह शकुन कोठारी को अपना आइडियल मानता है और उसके जैसा ही बनना चाहता है।
रिजवान महत्वाकांक्षी है और उसकी रफ़्तार बहुत तेज़ है। शकुन कोठारी के पास दिमाग़ है और उसे सिर्फ पैसा कमाना है। फिर होती है रिजवान और शकुन कोठारी की मुलाकात जिसके बाद शुरू होती है बाजार (Bazaar)'में इस्तेमाल करने और इस्तेमाल होने का सिलसिला। फ़िल्म की कहानी इन दो किरदारों इर्दगिर्द ही घुमती है। उसूलों और धोखे की इस कहानी के अंत में आता है टट्विस्ट जिसे जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी
बाज़ार में अभिनय
फिल्म में सैफ अली खान, रोहन मेहरा, राधिका आप्टे और चित्रांगदा सिंह लीड रोल्स में है। एक्टिंग के मामले सब किरदारों ने अपने रोल्स के साथ जस्टिस किया है। सैफ अली खान ने एक सफल बिजनेसमैन का किरदार बखूभी निभाया है।ये कहा जा सकता है की सैफ ने कई सालों के बाद ओमकारा वाले लंगड़ा त्यागी के बराबर की परफॉर्मेंस देने की कोशिश की है।विनोद मेहरा के बेटे रोहन महरा इस फिल्म से अपना बॉलीवुड डेब्यू कर रहे है।उन्होंने भी बड़ी सहजता से अपना किरदार निभाया है।राधिका आप्टे ने बड़ी बखूबी से अपना किरदार निभाया है।हालाँकि चित्रांगदा सिंह का role कम है जबकि वो और बेहतर काम कर सकती थी।
बाज़ार में डायरेक्शन, डायलॉग्स, स्क्रीनप्ले, गाने
गौरव चावला फिल्म बाज़ार से डायरेक्शन में डेब्यू कर रहे है।फिल्म पूरी तरह से थ्रिलर है और रोमांच से भरी है. गौरव चावला का अच्छा डायरेक्शन है।उन्होंने कोशिश की है कुछ अलग किस्म की कहानी दर्शको के सामने लाने की।शेयर मार्किट की दुनिया को अच्छे से दिखाया है।अगर आपको शेयर मार्किट की दुनिया के बारे में ज्यादा पता नहीं तब भी आपके लिए ये फिल्म देखना आसान होगा।फिल्म के डायलाग entertaining और दमदार है।स्क्रीनप्ले ठीक ठाक है।फिल्म के कुछ गाने आपको पसंद आयेंगे लेकिन कोई wow फैक्टर वाला गाना नहीं है।हालाँकि फिल्म रिलीज से पहले ऐसा कोई गाना नहीं है जो कि बहुत बड़ा हिट हुआ हो।
बाज़ार की कमजोर कड़ियां:
फिल्म के कहानी आपको कनेक्ट नहीं कर पाती। इंटरवल के बाद का हिस्सा काफी स्लो है। ट्रेलर के बाद से फिल्म से काफी उम्मीद की जा रही थी। खासतौर पर अलाहबाद के रंग देखने की आप उम्मीद करते है जो आपको बिलकुल नहीं दिखता।कई जगह पर आप थोड़े कंफ्यूज भी हो सकते हैं कूल मिलाकर कुछ नया नहीं है फिल्म में।