आर्ट डायरेक्टर नितिन देसाई की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आई मौत की वजह, जानें पुलिस ने क्या कहा?
By अनिल शर्मा | Published: August 3, 2023 08:32 AM2023-08-03T08:32:41+5:302023-08-03T09:42:22+5:30
महाराष्ट्र के विधायक महेश बाल्दी ने कहा कि 'लगान' के प्रसिद्ध कला निर्देशक वित्तीय तनाव में थे। बाल्दी ने कहा, "वह वित्तीय तनाव में थे, जिसके कारण शायद उन्होंने अपना जीवन समाप्त कर लिया।"
रायगढ़: बॉलीवुड कला निर्देशक नितिन चंद्रकांत देसाई का पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ चुका है। रायगढ़ पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक निष्कर्षों के अनुसार, मौत का कारण फांसी है। बुधवार को चार डॉक्टरों की एक टीम ने देसाई का पोस्टमार्टम किया।
रायगढ़ पुलिस ने कहा, "कला निर्देशक नितिन देसाई का पोस्टमॉर्टम चार डॉक्टरों की एक टीम द्वारा किया गया है। प्रारंभिक निष्कर्षों के अनुसार, मौत का कारण फांसी है। आगे की जांच जारी है।"
इससे पहले कला निर्देशक नितिन देसाई के शव को खालापुर पुलिस पोस्टमॉर्टम के लिए जेजे अस्पताल लाई थी। पुलिस ने बुधवार को कहा कि नितिन देसाई महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में अपने स्टूडियो में मृत पाए गए। पुलिस के मुताबिक, देसाई का शव मुंबई से करीब 80 किलोमीटर दूर कर्जत में उनके एनडी स्टूडियो में लटका हुआ मिला।
महाराष्ट्र के विधायक महेश बाल्दी ने कहा कि 'लगान' के प्रसिद्ध कला निर्देशक वित्तीय तनाव में थे। बाल्दी ने कहा, "वह वित्तीय तनाव में थे, जिसके कारण शायद उन्होंने अपना जीवन समाप्त कर लिया।"
रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सोमनाथ घरगे ने कहा, उनके परिवार के सदस्यों ने हमें बताया है कि उनका अंतिम संस्कार एनडी स्टूडियो में होगा। उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जेजे अस्पताल ले जाया गया है।
स्टूडियो में मिले मोबाइल फोन, अन्य सामान पुलिस ने किया जब्त
उन्होंने यह भी कहा कि जांच जारी है, “हमें उस स्थान पर जो उपकरण मिले हैं, जिनमें मोबाइल फोन और अन्य सामान और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल हैं, उन्हें जब्त कर लिया गया है और हम उनकी जांच कर रहे हैं। हमने उनके केयरटेकर और ड्राइवर का भी बयान लिया है और जांच कर रहे हैं।
देसाई अपने अभिनव स्टूडियो डिजाइन के लिए जाने जाते थे और उन्होंने आशुतोष गोवारिकर, विधु विनोद चोपड़ा, राजकुमार हिरानी और संजय लीला भंसाली जैसे फिल्म निर्माताओं के साथ काम किया था।
देसाई वह हम दिल दे चुके सनम (2000), लगान (2002), और देवदास (2003), जोधा अकबर (2008) और प्रेम रतन धन पायो (2015) जैसी फिल्मों में अपने काम के लिए प्रसिद्ध हुए। उन्होंने तीन फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन और सर्वश्रेष्ठ कला निर्देशन के लिए चार राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार जीते थे।