वे अपने आपको सेठ और भगवान भी समझते हैं, अनुराग कश्यप ने योगी आदित्यनाथ के 'खैरात' वाले बयान पर कह दी ऐसी बात

By अनिल शर्मा | Published: August 23, 2022 10:20 AM2022-08-23T10:20:46+5:302022-08-24T15:39:03+5:30

योगी आदित्यनाथ ने दो साल पहले एक बयान में कहा था- 'हमने खैरात बाँटने की व्यवस्था बंद कर दी है, फिर चाहे वो अनुराग कश्यप हों या कोई और। इसपर अनुराग कश्यप ने कहा है कि मेरे निर्माता वही हैं जिनके साथ आप (यूपी सीएम) बाकी की फिल्में भी डील करते हैं। और उनको आमंत्रित भी करते हैं। ये उनकी हिप्पोक्रेसी है।

anurag kashyap to yogi adityanath use of my name in politics is his hippocracy | वे अपने आपको सेठ और भगवान भी समझते हैं, अनुराग कश्यप ने योगी आदित्यनाथ के 'खैरात' वाले बयान पर कह दी ऐसी बात

वे अपने आपको सेठ और भगवान भी समझते हैं, अनुराग कश्यप ने योगी आदित्यनाथ के 'खैरात' वाले बयान पर कह दी ऐसी बात

Highlightsअनुराग कश्यप ने ट्रोल और बॉयकॉट कल्चर को सोशल मीडिया कल्चर बताया।अनुराग कश्यप ने उनकी फिल्मों को यूपी सरकार द्वारा सब्सिडी बंद किए जाने पर कहा कि ये सरकारी योजना है जो मुझे नहीं फिल्म निर्माता को जाता है।अनुराग ने कहा कि फिल्ममेकर ने कहा कि अगर सब्सिडी को वो खैरात समझते हैं फिर वे अपने आपको सेठ और भगवान भी समझते हैं।

मुंबईः फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दो साल पहले खैरात वाले बयान पर पलटवार किया है। अपने एक हालिया साक्षात्कार में अनुराग कश्यप ने कहा कि 'राजनीति में मेरे नाम का इस्तेमाल करना और अनुराग को खैरात बांटना बंद कर दिया है' जैसे बयान उनकी हिप्पोक्रेसी को दर्शाती है।

इंडिया टीवी को दिए साक्षात्कार में अनुराग कश्यप ने ट्रोल और बॉयकॉट कल्चर को लेकर खुलकर बातें कीं। अनुराग कश्यप से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान- हमने खैरात बाँटने की व्यवस्था बंद कर दी है, फिर चाहे वो अनुराग कश्यप हों या कोई और' को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इसे यूपी सीएम की हिप्पोक्रसी (पाखंड) करार दिया।

योगी आदित्यनाथ ने दो साल पहले एक बयान में कहा था- 'हमने खैरात बाँटने की व्यवस्था बंद कर दी है, फिर चाहे वो अनुराग कश्यप हों या कोई और। इन लोगों की आदतें खराब हो चुकी थीं। स्वाभाविक रूप से ये 23 करोड़ जनता का पैसा है। इस पैसे का उपयोग 23 करोड़ लोगों के ही ऊपर किया जाएगा।'

'अगर सब्सिडी को वो खैरात समझते हैं फिर वे अपने आपको सेठ और भगवान भी समझते हैं'

अनुराग कश्यप ने कहा- उन्होंने साफ साफ ये बोला है कि हमने खैरात बांटना बंद कर दिया है अनुराग कश्यप जैसों को। फिल्ममेकर ने कहा कि अगर सब्सिडी को वो खैरात समझते हैं फिर वे अपने आपको सेठ और भगवान भी समझते हैं। ये तो सरकार की एक योजना है। जो कानूनी तौर पर फिल्म के निर्माता को जानी चाहिए। वो मुझे नहीं दे रहे थे। वो मेरे पास नहीं, निर्माता के पास जानी थी।

मेरी फिल्म के लिए आनंद एल रॉय को पैसे नहीं मिलते हैं बाकी के लिए देते हैं

अनुराग कश्यप ने कहा कि मेरे निर्माता वही हैं जिनके साथ आप (यूपी सीएम) बाकी की फिल्में भी डील करते हैं। और उनको आमंत्रित भी करते हैं। ये उनकी हिप्पोक्रेसी है। अनुराग ने कहा, आपने मुक्काबाज के लिए आनंद एल रॉय को पैसे नहीं देते हो लेकिन बाकी फिल्मों के लिए पैसे देते हो और उन्हें आमंत्रित भी करते हो। राजनीति में मेरे नाम का इस्तेमाल करना और अनुराग को खैरात बांटना बंद कर दिया है, ये उनकी हिप्पोक्रेसी है।

फिल्ममेकर ने आगे कहा कि ये तो राज्य सरकार की एक योजना है जिसका व्यक्तिगत तौर पर किसी का लेना देना नहीं है। यह योजना है तो इसका पैसा आनंद एल रॉय और रिलायंस को जानी चाहिए थी। मैंने तो फिल्म बना दी। वेतन मिल गया। और फिल्म बाहर आ गई। उनको लगता है कि ऐसा बोलने से आदमी को चुप कराया जा सकता है तो ऐसा होता नहीं है।

बॉलीवुड इन दिनों बॉयकॉट की मार झेल रहा है। कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर औंंधे मुंह गिर गईं। अक्षय कुमार की रक्षाबंधन और आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा का भी यही हाल हुआ। इस बीच अनुराग कश्यप की हालिया रिलीज दोबारा को भी दर्शकों ने एक तरह से नकार दिया है। फिल्म ने 4 दिनों में लभगभ चार करोड़ ही कमा पायी है। 

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