अब इस 28 साल की एक्ट्रेस ने दुनिया को कहा अलविदा, डेढ़ साल से लड़ रही थी कैंसर से जंग
By भाषा | Published: July 13, 2020 01:09 AM2020-07-13T01:09:41+5:302020-07-13T05:21:35+5:30
दिव्या चौकसे करीब डेढ़ साल से कैंसर से जूझ रही थीं। वह सही हो गयी थीं, लेकिन कुछ महीने बाद कैंसर फिर उभर गया। इस बार वह उबर नहीं सकीं।
मुंबईः अभिनेत्री-गायिका दिव्या चौकसे कैंसर से डेढ़ साल से चल रही जंग हार गयीं और रविवार को उनका निधन हो गया। वह 28 साल की थीं। दिव्या की पहली फिल्म ‘है अपना दिल तो आवारा’ (2016) में उनके साथ काम कर चुके निर्देशक मंजोय मुखर्जी के अनुसार अभिनेत्री ने अपने गृहनगर भोपाल में अंतिम सांस ली।
मुखर्जी ने बताया, ‘‘वह करीब डेढ़ साल से कैंसर से जूझ रही थीं। वह सही हो गयी थीं, लेकिन कुछ महीने बाद कैंसर फिर उभर गया। इस बार वह उबर नहीं सकीं। आज सुबह भोपाल में उनका निधन हो गया।’’
इससे पहले आठ जुलाई को मशहूर हास्य कलाकार-अभिनेता जगदीप का बुधवार को उनके आवास पर निधन हो गया था। वे 81 वर्ष के थे। उन्होंने ''शोले'' फिल्म में ''सूरमा भोपाली'' के अपने किरदार से लोगों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी। फिल्मी दुनिया में जगदीप के नाम से मशहूर हुए इस कलाकार का वास्तविक नाम सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी था।
जगदीप ने वर्ष 1951 में फिल्म ''अफसाना'' से अपनी सिने यात्रा की शुरुआत की थी, जिसके जरिए दिग्गज फिल्म निर्माता बीआर चोपड़ा ने निर्देशन में कदम रखा था। उन्हें इस किरदार के लिए तीन रुपये बतौर मेहनताना दिए जाने का वादा किया गया था लेकिन एक डायलॉग के बाद इस राशि को दोगुना कर दिया गया था। जगदीप ने अभिनय के शुरुआती दिनों में छोटे-बड़े सभी तरह के किरदार अदा किए।
अपनी कला से उन्होंने बिमल रॉय जैसे निर्देशकों को भी प्रभावित किया। जिन्होंने वर्ष 1953 में फिल्म ''दो बीघा जमीन'' में जगदीप को जूते पॉलिश करने वाले लालू उस्ताद की भूमिका निभाने का मौका दिया। जगदीप ने करीब 400 फिल्मों में काम किया लेकिन 1975 में आई फिल्म शोले के सूरमा भोपाली के उनके किरदार को प्रशंसक आज भी याद करते हैं। उनका डायलॉग ''हमारा नाम सूरमा भोपाली ऐसे ही नहीं है'' काफी मशहूर हुआ।