ब्लॉग: प्राइवेट मिलिट्री की बगावत के बाद रूसी खतरे के वैश्विक संकेत

By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Published: June 26, 2023 03:29 PM2023-06-26T15:29:01+5:302023-06-26T15:30:13+5:30

रूस में प्राइवेट मिलिस्ट्री के बगावत के बाद वैश्विक स्तर पर सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।

Global signals of Russian threat after private military mutiny | ब्लॉग: प्राइवेट मिलिट्री की बगावत के बाद रूसी खतरे के वैश्विक संकेत

फाइल फोटो

Highlightsवैगनर समूह ने रूस से बगावत खत्म कर दी है प्रिगोझिन अब बेलारूस जाएंगे और रूस उन पर कोई मुकदमा नहीं चलाएगाइस बीच वैश्विक सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं

रूस में प्राइवेट मिलिट्री कॉन्ट्रैक्टर वैगनर समूह के बगावत से पीछे हटने के बाद फिलहाल यह माना जा सकता है कि खतरा टल गया है, लेकिन अभी यह अस्पष्ट है कि कितने दिन तक और किस तरह क्रेमलिन की चिंताएं कम रहेंगी।

शनिवार देर रात की खबरों के अनुसार ‘वैगनर’ के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने मॉस्को की तरफ कूच करने का अपना फैसला वापस ले लिया और रूस के दक्षिणी शहर रोस्तोव-ऑन-डोन से उनके लड़ाके पीछे हट गए।

प्रिगोझिन अब बेलारूस जाएंगे और रूस उन पर कोई मुकदमा नहीं चलाएगा. यह बात राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सत्ता को संतोष दिला सकती है, किंतु हाल के महीनों में क्रेमलिन पर ड्रोन हमले हो चुके हैं, पश्चिमी रूस पर बमबारी भी हो चुकी है और उसके बाद हथियारबंद लड़ाकों ने रूस की राजधानी मॉस्को की तरफ कूच किया है, जिससे देश की दो दशक पुरानी सत्ता को तीसरी चुनौती मिली है।

 16 महीने पहले जो व्यक्ति यूक्रेन के साथ युद्ध छेड़ कर सारी दुनिया से बैर लेने के लिए तैयार हो जाता है और उसका मकसद अपने देश को सुरक्षित करना होता है, वह एक नहीं तीन बार अपने देश के भीतर ही झटके खाता है। 

साफ है कि यह खेल केवल एक प्राइवेट मिलिट्री कॉन्ट्रैक्टर का नहीं हो सकता है. इसके पीछे अनेक अंतर्राष्ट्रीय ताकतें भी हो सकती हैं। उनको पुतिन का विश्व के साथ टकराव फूटी आंख नहीं सुहा रहा है. यहां तक कि परमाणु हथियारों के उपयोग की धमकी बड़ी चिंता है।

इसी के बीच रूस के हालात अनियंत्रित होना केवल एक देश की ही बात नहीं है. उनसे चीन और भारत जैसे अनेक देश भी प्रभावित हो सकते हैं. चूंकि राष्ट्रपति पुतिन स्वयं खुफिया जगत से बाहर आकर अपने देश की जिम्मेदारी को संभाल रहे हैं, इसलिए वह परदे के पीछे और आगे के हालात का अच्छी तरह से आंकलन कर सकते हैं. यह पेचीदा स्थिति है।

कोविड के बाद दुनिया के बिगड़े हालात के बीच नई परेशानी विश्व के लिए संकट बन सकती है. हालांकि ताजा स्थितियां रूस की कमजोरी को उजागर करती हैं और अंदरूनी खतरे से निपटने में सैन्य बलों की क्षमता को दर्शाती हैं।

 साथ ही पुतिन का सैन्य बल पर एकाधिकार कम होना भी दिखाती हैं. इस घटनाक्रम ने लोगों को चौंकाया है और चेताया भी है. इसमें भविष्य के संकेत हैं. खास तौर पर यूक्रेन युद्ध से रूस की जनता के सामने आ रही परेशानियों की ओर भी इशारा है इसलिए अब रूस को आंतरिक और बाह्य दोनों स्तर पर समझदारी दिखाते हुए मानवता की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए।

कथित तौर पर रूस को सुरक्षित करने की कोशिशें बहुत हद तक सफल साबित नहीं हो रही हैं। अलबत्ता उनसे सारी दुनिया जरूर बेवजह परेशान हो रही है, जो गंभीर चिंता का विषय है। 

Web Title: Global signals of Russian threat after private military mutiny

विश्व से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे