वेदप्रताप वैदिक का ब्लॉग: पाक क्यों बन रहा भस्मासुर?
By वेद प्रताप वैदिक | Published: February 20, 2019 09:06 PM2019-02-20T21:06:53+5:302019-02-20T21:06:53+5:30
इस समय भारत ही नहीं, ईरान और अफगानिस्तान के भी गुस्से का शिकार हो रहा है पाकिस्तान.
इस समय भारत ही नहीं, ईरान और अफगानिस्तान के भी गुस्से का शिकार हो रहा है पाकिस्तान. ईरान के 27 फौजी जवानों को पाकिस्तान के आतंकवादी गिरोह ने मार डाला है. जैसे भारत में पाकिस्तान के खिलाफ भयंकर गुस्सा फूट रहा है, वैसे ही पूरा ईरान भी गुस्से में उबल रहा है.
इधर अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद से अपील की है कि वह पाकिस्तान को रोके, क्योंकि वह अफगान-तालिबान से सीधे ही सौदेबाजी कर रहा है. ऐसा करके वह अफगान-संप्रभुता का उल्लंघन कर रहा है. पुलवामा में आतंकी हमले के कारण सारी दुनिया में पाकिस्तान की बदनामी पहले से ही हो रही है और अब दो पड़ोसी मुस्लिम राष्ट्रों ने भी उसके विरुद्ध कमर कस ली है.
इसमें शक नहीं कि सऊदी अरब के युवराज मुहम्मद बिन सलमान ने 20 बिलियन डॉलर पाकिस्तान में खपाने का वादा करके उसे अभय-वचन दे दिया है. अब उसे किसी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंध का मुकाबला करने में कोई दिक्कत नहीं होगी लेकिन इमरान चाहें तो इस नाजुक मौके पर जबर्दस्त पहल कर सकते हैं. वे अपने सारे आतंकवादी गिरोहों से आत्मसमर्पण करवाकर पड़ोसी देशों को तो शांत कर ही सकते हैं, पाक का भी बहुत भला कर सकते हैं.
वे चाहें तो आतंकवाद को अपनी फौज का हथियार बनाए रखने की नीति बदल सकते हैं. इस आतंकवाद से पाकिस्तान के पड़ोसी देशों का नुकसान तो हो ही रहा है लेकिन पाकिस्तान को यह बिल्कुल तबाह कर देगा. उसने इसके जरिए अपने ही विनाश का रास्ता खोल लिया है. वह भस्मासुर बनता जा रहा है.
कश्मीर, तालिबान, बलूचों और पठानों से संबंधित सभी मुद्दे ऐसे हैं, जो बातचीत से हल हो सकते हैं. यदि इमरान यह सुरक्षित रास्ता नहीं अपनाएंगे तो उनके प्रधानमंत्नी-काल में पाकिस्तान को शायद इतने कठिन दौर से गुजरना पड़ेगा जैसे वह पहले कभी नहीं गुजरा.