वेदप्रताप वैदिक का ब्लॉग: दोनों बड़े एशियाई देश अब आगे की सुध लें

By वेद प्रताप वैदिक | Published: June 24, 2020 01:10 PM2020-06-24T13:10:14+5:302020-06-24T13:10:14+5:30

Vedapratap Vedic's blog: Both big Asian countries india china now look ahead | वेदप्रताप वैदिक का ब्लॉग: दोनों बड़े एशियाई देश अब आगे की सुध लें

लद्दाख में गलवान घाटी में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद चल रहा है

Highlightsपीएम मोदी ने अपने बहुदलीय संवाद में चीन के विरुद्ध एक शब्द भी नहीं बोला और अब दोनों तरफ के कमांडर बात कर रहे हैंविदेश मंत्रियों के सम्मेलन में भी एस जयशंकर ने चीन पर कोई सीधा हमला नहीं बोला है

भारत और चीन के कोर कमांडरों की बैठक में दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी सेनाओं को पीछे हटाने पर सहमति व्यक्त की है. यह बैठक 10-11 घंटे तक चली. इस बैठक में क्या-क्या बातें तय हुई हैं, यह अभी विस्तार से पता नहीं चला है. कौन कितना पीछे हटेगा, कहां-कहां से हटेगा, हटने के बाद दोनों सेनाओं के बीच कितनी दूरी खाली रखी जाएगी और जब दोनों सेना के लोग आपस में बात करेंगे तो वे हथियारबंद होंगे या नहीं, इन सब सवालों के जवाब धीरे-धीरे सबके सामने आ ही जाएंगे.

एक बात तो यह हुई. दूसरी बात यह हुई कि भारत, रूस और चीन के विदेश मंत्रियों की ‘वर्चुअल’ बैठक  हुई. इस बैठक में हमारे टीवी चैनलों ने हमारे विदेश मंत्री जयशंकर का भाषण प्रचारित किया. इस भाषण में भी जयशंकर ने चीन पर कोई सीधा हमला नहीं बोला लेकिन यह जरूर कहा कि राष्ट्रों को आपसी संबंधों में अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करना चाहिए. रूस ने पहले ही कह दिया था कि इस त्रिपक्षीय संवाद में कोई भी द्विपक्षीय मामला नहीं उठेगा. यदि जयशंकर उसे उठा देते तो उससे यह संदेश निकलता कि भारत बहुत भड़का हुआ है और वह चीन से टक्कर लेने के लिए कमर कसे हुए है. ऐसा नहीं हुआ. शायद कल भी ऐसा नहीं होगा.

हमारे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऐसी कोई बात शायद ही बोलेंगे, जो चीन पर शाब्दिक हमला माना जाए. वे मास्को गए हैं, दूसरे महायुद्ध में रूस की विजय के 75 वर्षीय समारोह में. वहां चीन के विदेश मंत्नी के साथ भी वे कोई कहा-सुनी नहीं करेंगे. शायद उनकी बातचीत तक न हो.

इन घटनाओं से आप क्या नतीजा निकालते हैं? क्या यह नहीं कि हमारे 20 जवानों की हत्या पर भारत सरकार अपना आपा नहीं खो रही है? उसका रवैया काफी सधा हुआ है. यह हत्याकांड एक तात्कालिक और स्थानीय फौजी घटना थी. इसमें दोनों देशों के शीर्ष नेताओं की भूमिका रही हो, इसके कोई प्रमाण नहीं मिले हैं.  15 जून की रात वह हत्याकांड हुआ और 16 जून की सुबह दोनों देशों के फौजी अफसर बात करने बैठ गए, फिर हमारे विदेश मंत्री ने चीनी विदेश मंत्री को फोन करने की पहल की, मोदी ने अपने बहुदलीय संवाद में चीन के विरुद्ध एक शब्द भी नहीं बोला और अब दोनों तरफ के कमांडर बात कर रहे हैं. लेकिन कुछ लोग इन सब सकारात्मक कदमों को इतने उत्तेजक ढंग से पेश कर रहे हैं कि एक तो हमारी सीधी-सादी जनता क्रोधित हो रही है और दूसरी तरफ हमारे राजनीतिक दल एक-दूसरे पर मुक्के चला रहे हैं. बेहतर तो यह होगा कि जो बीत गया सो बीत गया, दोनों देश अब आगे की सुध लें.

Web Title: Vedapratap Vedic's blog: Both big Asian countries india china now look ahead

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे