रेडक्रॉस दिवस: मानवीय कार्यों में बेहद अहम रहा है रेडक्रॉस का योगदान
By रमेश ठाकुर | Published: May 8, 2023 03:18 PM2023-05-08T15:18:10+5:302023-05-08T15:21:36+5:30
रेडक्रॉस दिवस 8 मई को मनाया जाता है. एक समय था जब पांच या सात देश मिलकर मुहिम को आगे बढ़ाते थे, पर अब इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेडक्रॉस और कई नेशनल सोसाइटी मिलकर इस संस्था का संयुक्त रूप से संचालन करती हैं.
कोविड-19 जैसी महामारी हो, युद्ध का विकराल वक्त या कोई कुदरती आपदा आई हो, ऐसे समय में रेडक्रॉस सोसाइटी के वालंटियर्स बिना अपनी जान की परवाह किए, दूसरों की मदद करते हैं. रेडक्रॉस संस्था का काम न सिर्फ देश में, बल्कि समूची दुनिया में सराहनीय रहा है.
आठ मई को पूरी दुनिया में रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है. आज हेनरी ड्यूनेंट का जन्मदिन है, जो इस संस्था की अंतरराष्ट्रीय समिति के संस्थापक थे. संस्था अब किसी एक क्षेत्र में सीमित नहीं रही, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में सक्रियता से योगदान दे रही है. पर एक वक्त था, जब इनका उद्देश्य जरूरतमंदों, असहायों, दीन-दुखियों व आपसी लड़ाइयों में घायल हुए सैनिकों तथा सिविलियंस की रक्षा करना मात्र होता था. लेकिन अब सभी दुखभरी कहानियों में इनके वालंटियर्स हिस्सेदार बनते हैं. बीतों दिनों तुर्की में आए भूकंप में हजारों लोगों की जान गई. वहां भी संस्था के लोगों ने डटकर मोर्चा संभाला.
रेडक्रॉस का हेडक्वार्टर स्विट्जरलैंड के जिनेवा में है. एक जमाना था जब सिर्फ पांच या सात देश मिलकर मुहिम को आगे बढ़ाते थे, पर अब इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेडक्रॉस और कई नेशनल सोसाइटी मिलकर इस संस्था का संयुक्त रूप से संचालन करती हैं. कोविड महामारी में रेडक्रॉस आंदोलन की अहमियत और भी अधिक प्रासंगिक हुई.
दुख की घड़ी में लोग सहायता भरी नजरों से इनकी ओर निहारते हैं. किसी भी तरह की आपदा के समय लोगों की सहायता के लिए इनके वालंटियर्स सदैव तैयार रहते हैं. कोविड के समय संस्था के लोग बचाव हेतु दुनियाभर में जरूरतमंद लोगों की सेवा में लगे थे.