बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार से निपटने के कारगर उपाय यह देश नहीं खोज पा रहा है। इस चुनौती भरे कार्य में प्रतिपक्ष भी सक्रिय भूमिका नहीं निभा पा रहा है। संसद में उसकी भूमिका न के बराबर रह गई है। ...
विश्व आर्थिक मंच द्वारा हाल ही में प्रस्तुत किए गए लैंगिक अंतर के आंकड़ों ने एक ज्वलंत प्रश्न खड़ा किया है कि शिक्षा, आय, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में आधी दुनिया को उसका हक क्यों नहीं मिल पा रहा है? निस्संदेह, हमारे सत्ताधीशों को सोचना चाहिए कि लैंग ...
सदन संचालन और सरकार के संकटकाल में स्पीकर की भूमिका निर्णायक रहती है। संवैधानिक अपेक्षा तो यही है कि स्पीकर को दलगत राजनीति से परे निष्पक्ष रूप से सदन के संरक्षक की भूमिका निभानी चाहिए, पर पी.ए. संगमा और सोमनाथ चटर्जी जैसे ऐसे स्पीकर कम ही हुए हैं। ...
Bihar Bridge Collapse: बिहार में लगातार ढहते पुलों पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा का यह कहना गले के नीचे नहीं उतरता कि जो पुल टूट कर पानी में बह गए हैं, वह 35-40 साल पुराने हैं और काफी जर्जर हो चुके थे. ...
चुनावी घमासान में सबने एक स्वर से देश को आगे ले जाने की कसमें खाई थीं किंतु शिक्षा की प्रासंगिकता तथा रोजगार के लिए शिक्षा के महत्व को लेकर लगभग सभी मौन ही धारण किए रहे. ...
केंद्र सरकार ने त्रुटि रहित परीक्षाएं कराने के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया, जो नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की कार्यप्रणाली की समीक्षा कर ढांचागत सुधार, परीक्षा प्रक्रिया, पारदर्शिता और डेटा सुरक्षा प्रोटोकॉल बेहतर बनाने के लिए सरकार को अपने ...
सदैव कड़वी और खरी बातें करने वाले स्वच्छंद विचारक संत कबीर दास को कई बार धमकियां भी मिलीं लेकिन वे धमकियों से कभी भी विचलित नहीं हुए और समाज में फैली कुरीतियों, कर्मकांड, अंधश्रद्धा, अंधविश्वास, आडम्बरों तथा सामाजिक बुराइयों की कड़ी आलोचना करते हुए उ ...
Maharashtra Politics News: वर्षगांठ मनाते समय शिवसेना शिंदे गुट अपनी पराजय को झुठलाने और अपने खिलाफ बनाए गए झूठे विमर्शों से आगे बढ़कर कुछ कह नहीं पा रहा था. ...