सशक्त भारत का आधार है राष्ट्रीय शिक्षा नीति
By नीलिमा गुप्ता | Updated: April 19, 2025 07:29 IST2025-04-19T07:29:46+5:302025-04-19T07:29:50+5:30
यह एक प्रभावी शिक्षा प्रणाली है जो प्रत्येक छात्र की अनूठी क्षमताओं का निर्माण करने के लिए सीखने के सकारात्मक अवसर और अनुभव प्रदान करता है.

सशक्त भारत का आधार है राष्ट्रीय शिक्षा नीति
विदेशों में भारतीय शिक्षा ब्रांड का निर्यात करने और शिक्षा के क्षेत्र में भारत ‘विश्व गुरु’ बनने की तैयारी कर रहा है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 ने हमारी सांस्कृतिक और नैतिक शिक्षा प्रणाली को पुनर्जीवित कर, नैतिक मूल्यों को बढ़ावा दिया है. भारतीय शैक्षणिक आभा का विस्तार महिला नेतृत्व, डिजिटलीकरण और प्रभावी संसाधन जुटाने की रणनीतियों को अपनाने से हुआ है, जिससे देश ज्ञान केंद्र में बदल गया है.
भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली दुनिया की सबसे बड़ी ऐसी प्रणालियों में से एक है जो राष्ट्र की सतत आजीविका और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है. जैसे-जैसे भारत ज्ञान अर्थव्यवस्था और समाज बनने की ओर अग्रसर हो रहा है, वैसे-वैसे अधिक युवा भारतीय उच्च शिक्षा को पाने की आकांक्षा रख रहे हैं.
हमारी समृद्ध, प्राचीन भारतीय शिक्षा प्रणाली, विशेष रूप से गुरुकुल प्रणाली मौलिक परंपराओं, चर्चाओं और व्यावहारिक अनुभवों के माध्यम से दी जाने वाली शिक्षा के साथ समग्र शिक्षा, नैतिक विकास और एक मजबूत गुरु-शिष्य (शिक्षक-छात्र) संबंध पर जोर देती थी जिसमें वेद, गणित, विज्ञान और दर्शन जैसे विषय सम्मिलित थे.
विदेशी आक्रांताओं ने भारतीय शिक्षा प्रणाली को काफी प्रभावित किया जिसने पारंपरिक गुरुकुल प्रणाली से पश्चिम-प्रभावित मॉडल में स्थानांतरित होकर, अंग्रेजी भाषा पर जोर दिया. हमारी सांस्कृतिक और नैतिक राष्ट्रीय शैक्षिक नीति, एनईपी 2020 के माध्यम से फिर से पुनर्जीवित हुई है, जो विभिन्न शैक्षिक अनुभवों के माध्यम से छात्रों में ईमानदारी, सहानुभूति, सम्मान और जिम्मेदारी जैसे नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देती है.
इसका उद्देश्य उच्च नैतिक चरित्र और नैतिक आचरण वाले नागरिकों को विकसित करना है. एनईपी 2020 का दस्तावेज उच्च शिक्षा में बदली हुई वैश्विक वास्तविकताओं को समाहित करने की दिशा में एक रास्ता प्रतीत होता है जिसकी लंबे समय से प्रतीक्षा थी.
इसका उद्देश्य 2030 तक भारत की शिक्षा प्रणाली में बदलाव लाना है. यह एक प्रभावी शिक्षा प्रणाली है जो प्रत्येक छात्र की अनूठी क्षमताओं का निर्माण करने के लिए सीखने के सकारात्मक अवसर और अनुभव प्रदान करता है. इस नीति में शिक्षा की सभी मौजूदा चुनौतियों को ध्यान में रखा गया है.
बदलते परिवेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन के विविध पहलुओं और इसके सकारात्मक आयामों को देखने से यह पता चलता है कि देश निरंतर अग्रसर हो रहा है.