MP-Chhattisgarh Lok Sabha Elections 2024: मप्र और छत्तीसगढ़ ने बचाई लाज, 40 में से 39 सीट पर कब्जा, छिंदवाड़ा सीट जीतकर नया इतिहास
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 5, 2024 12:29 IST2024-06-05T12:26:45+5:302024-06-05T12:29:04+5:30
MP-Chhattisgarh Lok Sabha Elections 2024: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे और मौजूदा सांसद नकुलनाथ भाजपा के विवेक ‘बंटी’ साहू से 1.14 लाख से अधिक मतों से हार गए.

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MP-Chhattisgarh Lok Sabha Elections 2024: भाजपा ने भले ही अयोध्या सीट आश्चर्यजनक रूप से गंवा दी हो, लेकिन भगवा पार्टी अपने पुराने किले को पहले से ज्यादा अभेद्य बनाने में कामयाब रही है. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने करीब 40 सीटें जीतकर पार्टी की राष्ट्रीय छवि को काफी हद तक बचा लिया है. भाजपा ने छिंदवाड़ा सीट जीतकर भी नया इतिहास रच दिया है. यह सीट लंबे समय से कांग्रेस नेता कमलनाथ परिवार के कब्जे में थी. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे और मौजूदा सांसद नकुलनाथ भाजपा के विवेक ‘बंटी’ साहू से 1.14 लाख से अधिक मतों से हार गए.
इस प्रकार, भाजपा ने प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए मध्य प्रदेश में सभी 29 सीटें जीत लीं, जबकि 2019 में उसने 28 सीटें जीती थीं. छत्तीसगढ़ में, भाजपा ने 10 सीटें जीतीं, जिसमें रायपुर भी शामिल है, जहां शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आसान जीत हासिल की.
मध्य प्रदेश में प्रमुख विजेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (विदिशा), केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (गुना) और फग्गन सिंह कुलस्ते (मंडला), शंकर लालवानी (इंदौर) और वीडी शर्मा (खजुराहो) शामिल हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भोपाल के निकट राजगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से हार गए.
यह उनका आखिरी चुनाव था. दिलचस्प यह है कि इंदौर में भाजपा द्वारा कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय बम पर भयानक दबाव डालकर उन्हें अपना नामांकन वापस लेने पर मजबूर करने के विरोध में बड़ी संख्या में ‘नोटा’ पर वोट डाले गए. करीब दो लाख मतदाताओं ने ‘नोटा’ का बटन दबाया. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया, जो 2019 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में गुना से हार गए थे.
उसी सीट को 5.40 लाख से अधिक मतों के अंतर से वापस जीत लिया है. सिंधिया ने मतदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री शाह का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे पर विश्वास जताया.’’ इंदौर के उम्मीदवार लालवानी ने 11 लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज की, जो बिना किसी विपक्षी उम्मीदवार के अखिल भारतीय कीर्तिमान है.