खालिस्तानियों को किसी भी तरह की रियायत देना ठीक नहीं
By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Published: September 27, 2023 09:45 AM2023-09-27T09:45:16+5:302023-09-27T09:52:30+5:30
भारत ने खालिस्तानियों के पंजे उखाड़ने की ठान ली है। खालिस्तानियों की कमर तोड़ने के लिए बड़े स्तर पर एक्शन की तैयारी हो रही है।
भारत ने खालिस्तानियों के पंजे उखाड़ने की ठान ली है। खालिस्तानियों की कमर तोड़ने के लिए बड़े स्तर पर एक्शन की तैयारी हो रही है। एक्शन प्लान का खाका तैयार करने के लिए अगले महीने बड़ी बैठक होने जा रही है। इस बैठक में देश की सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों के चीफ हिस्सा लेंगे।
सरकार अब खालिस्तानियों को किसी भी तरह की रियायत देने के मूड में नहीं है। पिछले कुछ समय से खालिस्तान समर्थक तत्वों द्वारा जिस तरह भारत विरोधी हालात पैदा किए जा रहे हैं, उससे भारत की चिंता स्वाभाविक है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को चरमपंथी तत्वों की भारत विरोधी गतिविधियों के बारे में पहले ही जता दिया था कि ये लोग अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं। इन ताकतों का संगठित अपराध, ड्रग सिंडिकेट और मानव तस्करी गिरोहों से मेलजोल कनाडा के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए। इसी मामले को लेकर कनाडा और भारत के रिश्ते काफी समय से तनावपूर्ण हैं।
दरअसल, खालिस्तानी आतंकी नेटवर्क भारत ही नहीं कनाडा, अमेरिका और ब्रिटेन में भी फैला हुआ है। इसे खत्म करने की अचूक तैयारी की जा रही है। कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन समेत दुनिया के दूसरे देशों में भारत के खिलाफ आतंकी साजिश रचने वाले खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) बड़े ऑपरेशन की तैयारी में भी जुट गई है।
पूरे आतंकी नेटवर्क को ध्वस्त करने की खास रणनीति बनाई जा रही है। एनआईए तमाम सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर ऐसे अपराधियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाकर शिकंजा कसने की तैयारी में है। भारत सरकार अब विदेश में बैठकर देश को टारगेट कर रहे खालिस्तान गिरोह के एक-एक सदस्य के खिलाफ एक्शन की तैयारी कर रही है।
भारत सरकार जानती है कि पंजाब के कई वांछित आतंकवादी, गैंगस्टर, तस्कर और कट्टरपंथी फर्जी कागजात के आधार पर टूरिस्ट और स्टूडेंट वीजा लगा कर विदेश पहुंच गए हैं। फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश पहुंचे गैंगस्टर ने विदेशों में यह दावा करते हुए शरण ले ली कि भारत में उन्हें सताया जा रहा है। इसके बाद यह भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हो गए और आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
भारत के सख्त रुख पर जानकारों का भी मानना है कि भारत की तीखी प्रतिक्रिया स्वाभाविक है, क्योंकि पहली बार किसी पश्चिमी देश ने भारत पर इस तरह का आरोप लगाया है। भारत और कनाडा के बीच आज जो हालात हैं, उसके लिए कनाडा ही जिम्मेदार है।
अब समय आ गया है कि कनाडा के साथ अमेरिका को भी खालिस्तानियों की नकेल कसनी चाहिए क्योंकि पन्नू जैसा गैंगस्टर न्यूयॉर्क में बैठकर भी पंजाबी हिंदुओं को कनाडा से निकालने की धमकी देता रहता है लेकिन अब लग रहा है कि भारत ने जो डिप्लोमेटिक प्रेशर बनाया है, वह काम कर रहा है।