यदि यह कांग्रेस प्रायोजित किसान आंदोलन है, तो इसका मतलब है- मोदी सरकार बहुमत खो चुकी है?
By प्रदीप द्विवेदी | Published: November 27, 2020 04:08 PM2020-11-27T16:08:38+5:302020-11-27T16:16:55+5:30
पंजाब के किसानों का आंदोलन करार दिया गया था, लेकिन अब इसमें हरियाणा, यूपी आदि राज्यों के किसान भी शामिल होते जा रहे हैं.
केन्द्र की मोदी सरकार की ओर से बनाए गए कृषि कानूनों को लेकर किसानों में खासी नाराजगी है, जो अब किसान आंदोलन में खुलकर सामने आ रही है.
हालांकि, यह देश के पांच सौ से ज्यादा किसान संगठनों का आंदोलन है, लेकिन इसे बदनाम करने के लिए राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है और यदि यह कहा जा रहा है कि यह कांग्रेस प्रायोजित आंदोलन है, तो किसान आंदोलन की विशालता देखते हुए यह कहा जा सकता है कि- केन्द्र की मोदी सरकार बहुमत खो चुकी है.
पहले इसे पंजाब के किसानों का आंदोलन करार दिया गया था, लेकिन अब इसमें हरियाणा, यूपी आदि राज्यों के किसान भी शामिल होते जा रहे हैं. यह बात अलग है कि किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने कई प्रयास किए, लेकिन सब बेकार साबित हुए है.
किसान आंदोलन को लेकर प्रियंका गांधी ने पुलिस कार्रवाई का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया- किसानों की आवाज दबाने के लिए पानी बरसाया जा रहा है, सड़कें खोदकर रोका जा रहा है, लेकिन सरकार उनको ये दिखाने और बताने के लिए तैयार नहीं है कि एमएसपी का कानूनी हक होने की बात कहां लिखी है? एक देश, एक चुनाव की चिंता करने वाले प्रधानमंत्री जी को एक देश, एक व्यवहार भी लागू करना चाहिए!