लाइव न्यूज़ :

ब्लॉग: दोस्त खोने का गम...

By विजय दर्डा | Updated: July 11, 2022 15:21 IST

शिंजो आबे का जाना भारत के एक खास हितैषी का अवसान तो है ही, मेरे लिए यह निजी रूप से भी अत्यंत गहरा जख्म है। मैंने अपना एक सच्च दोस्त खो दिया है।

Open in App

इस वक्त मेरा दिल बैठा जा रहा है। जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की मौत ने मुझे अंदर तक हिला कर रख दिया है। मेरे मन में बार-बार यह सवाल पैदा हो रहा है कि शिंजो जैसे शख्स से किसी की ऐसी क्या दुश्मनी हो सकती है कि उन्हें गोली मार दे? शांतिप्रिय और संवेदनाओं से परिपूर्ण जापान में ऐसा कभी नहीं हुआ।

हत्या के कारणों का खुलासा अभी होना बाकी है लेकिन पता नहीं क्यों मुझे इस हत्याकांड के पीछे सुदूर बैठी किसी सत्ता के षड्यंत्र की आशंका होती है क्योंकि शिंजो जो भूमिका निभा रहे थे उससे दमनकारी और अधिनायकवादी प्रवृत्ति को सख्त चुनौती मिल रही थी।

शिंजो आबे का जाना भारत के एक खास हितैषी का अवसान तो है ही, मेरे लिए यह निजी रूप से भी अत्यंत गहरा जख्म है। मैंने अपना एक सच्च दोस्त खो दिया है। उनके साथ गुजारे हर पल की याद मुझे आ रही है। टोक्यो में उनसे मेरी पहली मुलाकात कराई थी भारत-जापान संबंधों के लिए कार्यरत इंडिया फाउंडेशन के विभव कांत उपाध्याय ने। 

मैं भारत-जापान दोस्ती के विचारों का समर्थक रहा हूं। शिंजो आबे से उस मुलाकात में ही कुछ ऐसी केमिस्ट्री बैठी कि शिंजो के साथ दोस्ती हो गई। सितंबर 2006 में अचानक मुझे उनके प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण समारोह की पूर्व संध्या पर आयोजित डिनर का निमंत्रण प्राप्त हुआ। मुझे याद है कि उन्होंने मेरे साथ काफी वक्त गुजारा और वे भारतीय मीडिया तथा राजनीति को समझने की गंभीर कोशिश कर रहे थे।

मुझे याद है वो वक्त जब परमाणु परीक्षण के बाद भारत पर प्रतिबंध लगे थे। उस वक्त अटलजी के निर्देश पर भारत से एक प्रतिनिधिमंडल जापान गया था। उसमें मैं भी शामिल था। हम वहां की संसद डायट के नाराज युवा सांसदों को यह समझाने में सफल रहे कि भारत के लिए शांतिपूर्ण परमाणु शक्ति क्यों आवश्यक है। मुझे खुशी है कि भारत-जापान संबंधों में कुछ तिनके जोड़ने का सौभाग्य मुझे भी मिला।

प्रधानमंत्री के रूप में शिंजो आबे जब भारत आए तो इंडिया फाउंडेशन की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया था। गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र भाई मोदी, जॉर्ज फर्नांडीस, वसुंधरा राजे, सीतराम येचुरी और मैं मंच पर मौजूद थे। जब भी हमारी मुलाकात होती थी तब इस बात पर ज्यादा जोर होता था कि भारत और जापान के संबंधों को किस तरह मधुरतम स्थिति में रखा जाए। उनका जाना वाकई हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है।

टॅग्स :शिंजो अबेजापानभारत
Open in App

संबंधित खबरें

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारत अधिक खबरें

भारतKyrgyzstan: किर्गिस्तान में फंसे पीलीभीत के 12 मजदूर, यूपी गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: कहां से आया 'जय भीम' का नारा? जिसने दलित समाज में भरा नया जोश

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: आज भी मिलिंद कॉलेज में संरक्षित है आंबेडकर की विरासत, जानें

भारतडॉ. आंबेडकर की पुण्यतिथि आज, पीएम मोदी समेत नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

भारतIndiGo Crisis: लगातार फ्लाइट्स कैंसिल कर रहा इंडिगो, फिर कैसे बुक हो रहे टिकट, जानें