लाइव न्यूज़ :

जादूगर मैलियस और स्कार्सेसे की श्रद्धांजलि ‘ह्यूगो’

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: September 9, 2025 07:14 IST

जूल्स वर्न के उपन्यास ‘फ्रॉम द अर्थ टू द मून’ (1865) और ‘अराउंड द मून’ (1870) के आधार पर 1902 में रची गई ‘ए ट्रिप टू द मून’ ने दर्शकों को चमत्कृृत कर दिया

Open in App

सुनील सोनी

एमिल जोला अगर 13 जनवरी 1898 को राष्ट्रपति के नाम अखबार में खुला खत नहीं लिखते, तो शायद ही जॉर्जेस मैलियस सोचते कि 11 खंडों में लघु फिल्म सीरीज बनानी है, जो 21वीं सदी की मौजूदा अधिसंख्य वेबसीरीजों की तरह साजिश, अपराध कथा और अदालती ड्रामा से भरी है. स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की जन्मभूमि फ्रांसीसी सरकार को सीरीज नाकाबिले बर्दाश्त लगी, तो रोक लगा दी. यह दुनिया की पहली मोशन पिक्चर सेंसरशिप थी.

यह 1889 की बात है, जब फिल्मों के बाकायदा बनने का दौर शुरू भी नहीं हुआ था. ‘दि ड्रैफस अफेयर’ उस निर्दोष सेना के अफसर की कहानी थी, जिसे जासूसी के आरोप में फंसाया गया था. एमिल जोला तब जनता के नायक साहित्यकार थे और जॉर्जेस मैलियस ‘चित्रकार’ और ‘जादूगर’, जो लूमियर बंधुओं के कैमरा देने से मना करने पर खुद कैमरा बनाकर फिल्म रच रहे थे.

यूं, लूमियर बंधुओं से पहले ही काइनेटोग्राफ बनाने के बाद थॉमस अल्वा एडिसन 1890-91 में विलियम डिक्सन के साथ मिलकर काइनेटोस्कोप बना चुके थे. ये दुनिया के पहले मूवी कैमरा और प्रोजेक्टर थे. लेकिन, पेटेंट के अड़ंगे की वजह से मेलियस ने उससे भी पहले बने एनिमेटोग्राफ को बेचने के लिए रॉबर्ट पॉल को मना ही लिया. पिता की जूता फैक्टरी में मशीनें चलाने और सुधारने की सीख की वजह से उन्हें उसे ‘कैमरे’ में तब्दील करने में कोई मुश्किल नहीं आई.

जब उनके प्रेम प्रसंग से कुलीन वर्ग की परेशानी के चलते पिता ने उन्हें 1884 में उन्हें लंदन भेजा, तो वहीं असली प्रेम में रंगे यानी दृश्य को भ्रम में बदलने का इंद्रजाल. इजिप्शियन हॉल में उस दौर के महान जादूगर मैस्केलिन और डेविड डेवेंट से उन्होंने जो तिलिस्म सीखा, उसने उन्हें रॉबर्ट हुडिनी का एकलव्य बना दिया, जिनकी मौत के 10 साल बाद उन्होंने हुडिनी थियेटर पट्टे पर ले लिया और 20 साल तक वह जादू दिखाया, जिसने फ्रांस के संभ्रांत वर्ग को मुरीद बना दिया. खासकर जादू के आखिरी हिस्से से, जिसमें वे अपने चित्रों की फोटोग्राफी के मार्फत ऐसा भ्रम पैदा करते कि सब हैरान रह जाते.

कैमरा हाथ आया तो अप्रैल, 1896 से उन्होंने सड़क, समंदर, परिवार पर कुछ सेकंड की फिल्में और फिर गुरु को श्रद्धांजलि स्वरूप ‘द रिट्रेक्शन ऑफ ए लेडी एट रॉबर्ट-हूडिन’ बनाई. इंद्रजाल के इस्तेमाल की वजह से यह सर्वश्रेष्ठ पहली स्पेशल इफेक्ट फिल्म मानी जाती है. जोला की बात को दृश्य रूप में साबित करने के लिए 1889 में ‘दि ड्रैफस अफेयर’ सीरीज में भी उन्होंने स्पेशल इफेक्ट का इस्तेमाल किया.

एक-एक मिनट की ये मूक फिल्में रोमांचकारी थीं, क्योंकि उनमें से एक में शोरगुल करती भीड़ अदालत से निकलकर कैमरे की ओर आती है और आजू-बाजू से निकल जाती है. एक फिल्म में एक किरदार रेजर से गला काटता और खून उसकी कमीज में गिरकर बहता दिख रहा है. जूल्स वर्न के उपन्यास ‘फ्रॉम द अर्थ टू द मून’ (1865) और ‘अराउंड द मून’ (1870) के आधार पर 1902 में रची गई ‘ए ट्रिप टू द मून’ ने दर्शकों को चमत्कृृत कर दिया, जिसमें पृथ्वी से दागा गया गोलीनुमा कैप्सूल चांद की आंख पर धंस जाता है, जिससे वहां पहुंचे अंतरिक्षयात्रियों की भिड़ंत एलियंस से होती है. 1897 से 1912 तक मेलियस 520 फिल्म बना चुके थे.

कविता, कल्पना, फंतासी, विनोद, इतिहास, राजनीति या विज्ञापननुमा; सब कुछ. सिनेमा में स्टॉप ट्रिक, मल्टीपल एक्सपोजर, टाइमलैप्स, डिजाल्व, फेड, स्प्लिट स्क्रीन, डॉली शॉट्स जैसी बहुआयामी तकनीक का इस्तेमाल जादूगरी के तरीकों और तरकीबों के साथ सवा सौ साल पहले मेलियस ने इस खूबी से किया कि तकनीक के अत्याधुनिक हो जाने के बावजूद वही तरकीबें अब भी इंद्रजाल बुनने के काम आती हैं.

प्रथम विश्वयुद्ध की वजह से लगभग भुला दिए गए इस सिने-जादूगर को दोबारा खोजा गया, तो पता चला कि उनकी अधिकतर फिल्में बरबाद हो चुकी हैं.

मैलियस के मुरीद मार्टिन स्कार्सेसे की श्रद्धांजलि ‘ह्यूगो’ में जब हम बेन किंग्सले को ‘गांधी’ की तरह जॉर्जेस मेलियस के किरदार में देखते हैं, तो उसी जादू का आभास होता है. वह जादू जिसका एक सिरा, हुडिनी से होते हुए ‘बीज से आम्रवृक्ष’ पैदा करने के प्राचीन भारतीय जादूगर के खेल से भी जुड़ा है.

टॅग्स :फिल्मHollywoodहिस्ट्रीआगामी फिल्म
Open in App

संबंधित खबरें

बॉलीवुड चुस्कीगूगल पर सबसे ज्यादा सर्च की गई फिल्में 2025, जिन्होंने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए, देखें पूरी लिस्ट

बॉलीवुड चुस्कीशोभिता धुलिपाला ने नागा चैतन्य के साथ पहली सालगिरह पर शादी का एक शानदार वीडियो जारी किया

विश्व1 December, 2025: नगालैंड भारत का 16वां राज्य बना, मार्टिन लूथर किंग जूनियर के नेतृत्व में अश्वेत आंदोलन?, एक दिसंबर की तारीख पर दर्ज महत्वपूर्ण घटनाएं

बॉलीवुड चुस्की'Me No Pause Me Play' Movie Review: मोनोपॉज पर बॉलीवुड की पहली फिल्म, काम्या पंजाबी का दमदार अभिनय

बॉलीवुड चुस्कीMastiii 4 Box Office: 6 दिनों में 'मस्ती 4' ने बॉक्स ऑफिस पर कमाए 12.12 करोड़!

बिदेशी सिनेमा अधिक खबरें

बिदेशी सिनेमाजोनाथन बेली ने जीता Sexiest Man Alive 2025 का खिताब, देखें तस्वीरें

बिदेशी सिनेमावुडी एलन, कला की आजादी और प्रोग्रेसिव आर्ट ग्रुप

बिदेशी सिनेमाकठपुतलियों का असली संसार और संगीत के सहारे जीवन 

बिदेशी सिनेमाAvatar 3 trailer: जेम्स कैमरून की साइंस-फिक्शन फिल्म 'अवतार 3' का ट्रेलर आउट, कैसे और कहां देखें फिल्म का ट्रेलर

बिदेशी सिनेमानए सुपरमैन पर फिदा जेन-जी और नाक-भौं सिकोड़ती पुरानी पीढ़ी