देवेंद्रराज सुथार
कैंसर के बारे में जनमानस को जागरूक करने और इस जानलेवा बीमारी से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाने के उद्देश्य से हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है. इस दिन की शुरुआत सन् 2000 में यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल द्वारा की गई थी. कैंसर दुनिया भर में मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण है, जो हर साल लाखों लोगों की जान लेता है.
वर्ष 2025 में विश्व कैंसर दिवस की थीम ‘यूनाइटेड बाय यूनिक’ है, जो कैंसर के खिलाफ लड़ाई में व्यक्तिगत और रोगी-केंद्रित देखभाल की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालती है. यह थीम बताती है कि हर कैंसर रोगी की स्थिति अलग होती है, इसलिए उनके उपचार की रणनीति भी अलग होनी चाहिए. भारत में कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और यह देश की स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती बन गया है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के अनुसार, 2022 में भारत में कैंसर के 14.6 लाख नए मामले सामने आए और 2025 तक यह संख्या 15.7 लाख तक पहुंचने की आशंका है. पुरुषों में फेफड़े, मुंह और प्रोस्टेट कैंसर अधिक आम हैं, जबकि महिलाओं में स्तन, गर्भाशय ग्रीवा और डिम्बग्रंथि के कैंसर प्रमुख हैं.
कैंसर की बढ़ती दर के कई कारण हैं, जिनमें सबसे बड़ा कारण तंबाकू उत्पादों का सेवन है, जो फेफड़े, मुंह और गले के कैंसर का कारण बनता है. शराब का अत्यधिक सेवन भी लीवर, स्तन और अन्य अंगों के कैंसर का कारण बनता है. अस्वास्थ्यकर आहार (जिसमें बहुत अधिक प्रोसेस्ड और जंक फूड शामिल है) कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है.
शारीरिक निष्क्रियता भी अहम कारण है, क्योंकि व्यायाम की कमी से मोटापा बढ़ता है, जिससे कई तरह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. वायु प्रदूषण और जहरीले रसायनों के संपर्क में आना भी कैंसर को जन्म देता है. इसके अलावा कुछ आनुवंशिक कारणों से भी कैंसर होने की संभावना रहती है, लेकिन ऐसा बहुत कम मामलों में देखने को मिलता है. कैंसर से बचाव के लिए तंबाकू और शराब का सेवन पूरी तरह से छोड़ना जरूरी है, क्योंकि ये कैंसर के सबसे बड़े कारणों में से हैं.
संतुलित आहार, जिसमें अधिक मात्रा में फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन शामिल हों, कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है. जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करना भी जरूरी है. नियमित रूप से व्यायाम करना और स्वस्थ वजन बनाए रखना भी कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है.
कुल मिलाकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को जागरूकता और सही जीवनशैली अपनाकर रोका जा सकता है. कैंसर के खिलाफ लड़ाई में जागरूकता, शीघ्र निदान और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. यदि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें और समय पर उचित कदम उठाएं तो कैंसर के मामलों में कमी लाई जा सकती है और लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है.