वीवीएस लक्ष्मण का कॉलम: ऋषभ पंत, हनुमा विहार, रविचंद्रन अश्विन का बेमिसाल प्रदर्शन
By वीवीएस लक्ष्मण | Published: January 12, 2021 09:18 AM2021-01-12T09:18:57+5:302021-01-12T09:19:51+5:30
टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच को ड्रॉ कराने में सफल रही। अब 15 जनवरी से खेले जाने वाला अंतिम मुकाबला शृंखला में निर्णायक बन गया है...
भारत ने लगातार दूसरे टेस्ट में कमाल का प्रदर्शन किया. यदि मेलबोर्न में टीम ने धमाकेदार जीत दर्ज कर वापसी की तो सिडनी टेस्ट के अंतिम दिन उसका प्रदर्शन कम प्रशंसनीय था. चरित्र और लचीलापन के अलावा टीम ने संयम की अनूठी मिसाल कायम की.
ऋषभ पंत को पांचवें क्रम पर बल्लेबाजी के लिए भेजने का फैसला प्रभावित करने वाला रहा. इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ने आक्रामक बल्लेबाजी करते सबसे बड़े लक्ष्य को चेज करने की सकारात्मक पहल की. लेकिन उनके और पुजारा के आउट होने के बाद टीम को हार से बचाने की रणनीति अहम हो गई. रविंद्र जडेजा का बाएं अंगूठा फ्रैक्चर होने के कारण सारा दारोमदार हनुमा विहारी और आर. अश्विन के कंधों पर आ गया.
इसके बाद मांसपेशियों में खिंचाव के बावजूद विहारी का संघर्ष देखने लायक था. दर्द को सहते हुए उन्होंने चट्टान बनकर उभरे. लगातार शॉर्ट पिच गेंदें डालकर अश्विन की एकाग्रता भंग करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने बेहद शांत-चित होकर अपने विकेट को बचाए रखने को तरजीह दी. इस ड्रॉ ने सीरीज को बेहद आकर्षक अंदाज में 1-1 की बराबरी पर पहुंचा दिया. सिडनी पहुंचने से पहले भी टीम इंडिया दबाव में थी और मैच के दौरान भारतीय खिलाडि़यों के खिलाफ नस्लीय टिप्पणियों से माहौल गर्मा गया. हालांकि एससीजी पर यह पहली घटना नहीं है.
ड्रॉ के अलावा भारत के लिए काफी कुछ सकारात्मक रहा जिसमें रोहित शर्मा और शुभम गिल की सलामी जोड़ी ने अच्छी शुरुआत दी. कौन जानता है, यदि इन दोनों में से एक भी शतक ठोंक देता तो भारत सिडनी टेस्ट को बड़ी आसानी से जीत चुका होता.
अंतिम टेस्ट में उतरने से पूर्व टीम को फिटनेस में सुधार के साथ-साथ कैचिंग में अपना प्रतिशत बेहतर करना होगा. कैच छोड़ने की बीमारी अंतिम ऑस्ट्रेलियाई खिलाडि़यों में भी नजर आई. हालांकि उनके गेंदबाजों ने बढि़या गेंदबाजी की. अब गाबा में दबाव ऑस्ट्रेलिया टीम पर होगा. और यह भी नहीं भूलना चाहिए कि भारतीय टीम मेलबोर्न टेस्ट से बगैर विराट कोहली के खेल रही है.