एबीडी का कॉलम: आरसीबी ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ दस में से तीन नंबर जैसा किया प्रदर्शन
By एबी डिविलियर्स | Published: April 5, 2019 05:06 PM2019-04-05T17:06:08+5:302019-04-05T17:06:30+5:30
तीन दिनों के अंदर दो घरेलू मैच आरसीबी के लिए एक अवसर है कि वो निराशाजनक प्रदर्शन से बाहर निकलते हुए आईपीएल—2019 में अपनी पहली जीत दर्ज कर वापसी कर सके।
तीन दिनों के अंदर दो घरेलू मैच आरसीबी के लिए एक अवसर है कि वो निराशाजनक प्रदर्शन से बाहर निकलते हुए आईपीएल—2019 में अपनी पहली जीत दर्ज कर वापसी कर सके। शुक्रवार को टीम का मुकाबला एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ होगा, जबकि रविवार को टीम दिल्ली कैपिटल्स से भिड़ेगी। दोनों टीमें प्रतिभाशाली खिलाड़ियों से भरी है और बेहद खतरनाक है। मगर हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कोलकाता और दिल्ली की टीम चिन्नास्वामी स्टेडियम में सहज महसूस न कर सकें।
मेरा यह विचार आपको अजीब लग सकता है कि लेकिन जब जयपुर से हम बेंगलुरु लौट रहे थे तो मैंने हमारी टीम की ओर देखा। ऐसा करने के दौरान वास्तव में यह विश्वास करना मुश्किल था कि हम टूर्नामेंट के अपने शुरुआती चार मैच हार चुके हैं। निश्चित रूप से हमारे पास क्षमता है और जीत की इच्छाशिक्त भी। अब हमारे दस लीग मैच बचे हैं और हमारे पास वापसी का समय है।
कई मौकों पर हम क्षमता के हिसाब से प्रदर्शन नहीं कर सके। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ हमने दस में से तीन नंबर जैसा प्रदर्शन किया। हम मध्य ओवरों में मैच पर पकड़ नहीं बनाए रख सके और जब तुलनात्मक रूप से कम स्कोर का बचाव कर रहे थे तो फील्डरों की गलतियों से मुकाबले पर पकड़ ढीली हो जाने दी। मगर वास्तव में हम कड़ा अभ्यास कर रहे हैं। मुख्य कोच गैरी कस्टर्न पूरी सकारात्मकता और उर्जा के साथ हमें प्रोत्साहित कर रहे हैं। जोश हाई है और हमें हमारी टीम पर विश्वास है।
हमारे सामने मुख्य चुनौती है। वह है लक्ष्य के साथ बल्लेबाजी करना और अनुशासन के साथ गेंदबाजी करना ताकि हम कोलकाता और दिल्ली को हरा सकें और अंक तालिका में ऊपर की ओर बढ़ सकें। इसके बाद सब ठीक हो जाएगा। हम घर से बाहर किए गए निराशाजनक प्रदर्शन को लेकर भी चिंतित हैं, जिसके तहत हालिया 13 में से हमने सिर्फ 4 मैच जीते हैं। इस कमी को दूर करने के लिए हमें कड़ी मेहनत करने की जरूरत है और हम इस पर काम कर रहे हैं।
इसके लिए कोई बहाना नहीं है और छिपने की कोई जगह नहीं है। मेरी पत्नी और दो बच्चे इस सप्ताह दक्षिण अफ्रीका से यहां आ गए हैं और वे भारत में कुछ दिन रुकेंगे। जैसा कि इस असाधारण देश में सभी का गर्मजोशी से स्वागत होता है, यह हमें हमारे दूसरे घर जैसा लगता है। पहले भी मेरा परिवार हमारे लिए अच्छा भाग्य लेकर आया है। उम्मीद है कि पूरे आरसीबी परिवार के लिए एक बार फिर ऐसा ही साबित होगा।