Maharashtra Assembly Elections 2024: दो दिन में करोड़ों रुपए के बड़े निवेशों को मंजूरी, रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे, उद्योगों के प्रति सरकार की उदारता सराहनीय
By लोकमत समाचार सम्पादकीय | Updated: August 2, 2024 05:17 IST2024-08-02T05:17:03+5:302024-08-02T05:17:03+5:30
Maharashtra Assembly Elections 2024: बड़े औद्योगिक घराने उद्योगों का नेतृत्व करने के लिए महाराष्ट्र में संभावनाओं को तलाश रहे हैं, ये राज्य के लिए गर्व का विषय है.

file photo
Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बड़ा ऐलान किया है. राज्य सरकार ने पिछले दो दिन में करोड़ों रुपए के बड़े निवेशों को मंजूरी दी है, जिससे रोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे. आने वाली इन परियोजनाओं से मराठवाड़ा, विदर्भ समेत कोंकण में हजारों नौकरियां पैदा होंगी. जिन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है उनमें इलेक्ट्रिक वाहन, लीथियम बैटरी, सेमी कंडक्टर जैसी परियोजनाएं शामिल हैं. सरकार ने मराठवाड़ा, विदर्भ के साथ कोंकण में भी बड़े पैमाने पर निवेश का फैसला किया है.
जहां नागपुर क्षेत्र में एक विशाल लीथियम बैटरी विनिर्माण परियोजना में निवेश का फैसला लिया गया है, वहीं प्रमुख कार निर्माता कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर भी महाराष्ट्र में करीब 20,000 करोड़ रुपए के निवेश से एक नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाएगी. छत्रपति संभाजीनगर में राज्य सरकार के उद्योग विभाग और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के बीच इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारों के निर्माण के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं. इस निवेश के साथ राज्य में 8,000 प्रत्यक्ष और 12,000 अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना जताई जा रही है.
निश्चित ही ये निवेश राज्य की औद्योगिक प्रगति की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण कदम हैं. बड़े औद्योगिक घराने उद्योगों का नेतृत्व करने के लिए महाराष्ट्र में संभावनाओं को तलाश रहे हैं, ये राज्य के लिए गर्व का विषय है. इससे जहां युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, वहीं राज्य नवाचार और उत्कृष्टता की ओर भी बढ़ेगा. राज्य में पिछले एक दशक में यह सबसे बड़ा निवेश है.
इन परियोजनाओं के चालू होने से हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ मिलेगा. उद्योग न केवल आपूर्ति श्रृंखला में खुद को स्थापित करने के लिए बल्कि रोजगार सृजन और खरबों डॉलर मूल्य की अर्थव्यवस्था बनाने की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण स्तंभ हैं.
नीति निर्माताओं और आर्थिक विकास पेशेवरों ने रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए उद्योग समूहों को प्रोत्साहित करने और उन्हें सहायता देने के महत्व पर बल दिया है. उद्योगों के विकास से उत्पादन में वृद्धि होती है जिससे प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होती है और नागरिकों का जीवन स्तर उन्नत होता है.
रोजगार के साधनों में वृद्धि होती है. साथ ही मानव संसाधनों में वृद्धि होती है. औद्योगिक विकास से राज्य की और राष्ट्र की आय में वृद्धि और पूंजी का निर्माण होता है. उद्योगों के विकास से अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्रों-कृषि, खनिज, परिवहन आदि में प्रगति होती है. औद्योगिक विकास गरीबी और बेरोजगारी के उन्मूलन के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है. कहना गलत न होगा कि राज्य सरकार द्वारा चुनाव के पहले निवेश के लिए गए निर्णय का हर तरह से दूरगामी असर देखने को मिलेगा.