पटना: लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान को केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से हुई मुलाकात के बाद चिराग ने आनन-फानन में अपनी पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से बात की और उसके बाद दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
दिल्ली के लिए रवाना होने के पहले चिराग ने कहा कि पार्टी की बैठक में पदाधिकारियों ने मुझे अधिकृत किया कि एनडीए से गठबंधन करने के फैसले पर क्या अंतिम निर्णय हो।
उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए यह कह दिया कि वह इस बार हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे। इसमें कहीं कोई संदेह नहीं है। यह हमारा सीट रहा है, इस लिहाजा इस सीट को छोड़ने की तो बात ही नहीं उठती है। यह बात साफ है बिल्कुल हमारी पार्टी वहां से चुनाव मैदान में होगी। चिराग ने कहा कि आज हमारी राष्ट्रीय और प्रदेश के प्रभारी के साथ बैठक हुई है और इस बैठक में गठबंधन करने को लेकर बातचीत हुई है। अभी मुझे लगता है कि इसको लेकर कुछ और चर्चा होगी, लेकिन फैसला जल्द ही ले लिया जाएगा। रही बात मेरे मंत्री बनने की तो मेरे लिए गठबंधन आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर जरूरी है ना कि मेरे मंत्री बनने को लेकर। यह बात समय आने पर तय किया जाएगा। अगर मैं सार्वजनिक तौर पर इन बातों की चर्चा करता हूं तो फिर यह गठबंधन धर्म तोड़ने वाली बात होगी।
उन्होंने कहा कि एनडीए से गठबंधन की चर्चा पहले से चल रही थी। समय-समय पर लोजपा रामविलास ने भाजपा का उपचुनाव में सहयोग किया था। इस बीच लोजपा (रामविलास) के सूत्रों का कहना है कि चिराग पासवान को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने को लेकर बात हुई है।
नित्यानंद राय ने इसी खास संदेश के साथ चिराग पासवान से मुलाकात की थी। उन्होंने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का संदेश चिराग को दिया है कि अगर वे एनडीए में शामिल होते हैं तो उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया जायेगा। संभवतः 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल विस्तार करेंगे। उस दिन चिराग पासवान को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। वहीं 18 जुलाई को दिल्ली में एनडीए की बैठक होनी है। उस बैठक में भाजपा अपनी ताकत दिखाने के लिए सभी घटक दलों को एक मंच पर लाना चाहती है।
इसमें बिहार से चिराग पासवान की पार्टी को अपने पाले में लाकर वह खुद को मजबूती से पेश कर सकती है। इससे भाजपा अपने आप को बिहार में मजबूत भी करेगी और साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक सख्त संदेश भी देगी कि उनके खिलाफ एनडीए एकजुट है।