बिहार में बढ़ते आपराधिक घटनाओं को लेकर राजद ने निकाला राजभवन मार्च, राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
By एस पी सिन्हा | Published: September 15, 2024 05:17 PM2024-09-15T17:17:54+5:302024-09-15T17:21:15+5:30
राजद नेता राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपे जाने की बात कर रहे थे। जिसके बाद पटना जिला प्रशासन के निर्देश पर राजद के 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को प्रशासन की ओर से राजभवन जाने की अनुमति मिली।11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा।
पटना: बिहार में बढ़ते आपराधिक घटनाओं और गिरती विधि व्यवस्था को लेकर रविवार को राजद के नेताओं ने पटना में राजभवन मार्च निकाला। हालांकि, तेजस्वी यादव कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर निकले हुए हैं, इस कारण वह मार्च में शामिल नहीं हुए। राजद कार्यालय से निकलकर यह मार्च जैसे ही इनकम टैक्स चौराहे के पास पहुंचा सुरक्षा में तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अपना विरोध जताया और वहीं धरने पर बैठ गए।
राजद नेता राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपे जाने की बात कर रहे थे। जिसके बाद पटना जिला प्रशासन के निर्देश पर राजद के 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को प्रशासन की ओर से राजभवन जाने की अनुमति मिली।11 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। जिसमें भोला यादव, रीत लाल यादव, भाई वीरेंद्र, रणविजय साहू, ऋतु जायसवाल, जयप्रकाश आदि शामिल रहे।
ज्ञापन में बिहार में हुए 105 आपराधिक वारदातों से संबंधित आंकड़ों को भी संलग्न किया गया। राजद नेताओं का कहना था कि जब से बिहार में एनडीए की सरकार बनी है, तब से बिहार में अपराधियों का मनोबल भी काफी बढ़ गया है। बढ़ते अपराध और गिरती विधि व्यवस्था से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। आए दिन हो रही आपराधिक वारदातों से बिहार के लोग काफी डरे सहमे हैं। लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
राजद के प्रदेश कार्यालय से निकाले गए इस मार्च में सैकड़ों राजद कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्ती लिए बिहार की नीतीश सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन में लगातार अपराध बढ़ने का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। राजद की ओर से महिलाओं के साथ दुष्कर्म एवं अत्याचार करना बंद करो, नहीं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गद्दी छोड़ो। महिलाओं के साथ छिनतई करना बंद नहीं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गद्दी छोड़ो।
दुष्कर्मियों को फांसी दो, मुख्यमंत्री मुर्दाबाद, मुर्दाबाद जैसे नारे लिखे बैनर लहराए गए। साथ ही केंद्र की मोदी सरकार को भी राजद ने निशाने पर लिया। 'पूरे देश में जातीय गणना कराओ नहीं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गद्दी छोड़ो' के नारे लगाए गए। इस दौरान राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि हम लोग अहिंसा में विश्वास करने वाले लोग हैं। लाठी चलेगी तो लाठी भी खाएंगे, लेकिन बिहार में अपराध को खत्म हो इसके लिए आंदोलन करते रहेंगे।