नीतीश कुमार दिख रहे हैं परेशान, मंत्री के घर, पार्टी कार्यालय और प्रधान सचिव के घर जाकर बदल रहे हैं अपना मन
By एस पी सिन्हा | Updated: November 4, 2023 15:01 IST2023-11-04T15:00:20+5:302023-11-04T15:01:35+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आए दिन सुबह-सुबह मुख्यमंत्री आवास से निकलकर सचिवालय पहुंचते हैं। वहां विभागीय पदाधिकारियों से बातचीत कर उनका फीडबैक लेते हैं। लेकिन आज शनिवार था, लिहाजा सचिवालय में छुट्टी का दिन है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार सुबह-सुबह मुख्यमंत्री आवास से निकलकर सबसे पहले जदयू दफ्तर पहुंचे और वहां कुछ देर निरीक्षण करने के बाद वापस की तरफ निकल गए। इस दौरान करीब 10 मिनट तक नीतीश कुमार जदयू दफ्तर में रहे और इन चीजों की बारीकी से यह जानकारी ली कि सुबह-सुबह पार्टी दफ्तर में कौन-कौन से नेता और पदाधिकारी मौजूद रहते हैं।
इसके बाद मुख्यमंत्री सीधे मंत्री विजय चौधरी के आवास पर पहुंचे। वहां से वह अपने आवास पहुंचे और फिर अपने प्रधान सचिव दीपक कुमार के घर पहुंच गए। मुख्यमंत्री के इस चहलकदमी का कारण तो पता नहीं चला, लेकिन कयासों का दौर शुरू हो गया है।
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आए दिन सुबह-सुबह मुख्यमंत्री आवास से निकलकर सचिवालय पहुंचते हैं। वहां विभागीय पदाधिकारियों से बातचीत कर उनका फीडबैक लेते हैं। लेकिन आज शनिवार था, लिहाजा सचिवालय में छुट्टी का दिन है। ऐसे में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री आवास से निकाल कर जल्दी जदयू कार्यालय पहुंचे। उसके बाद सीधा मंत्री विजय कुमार चौधरी के घर गए, जहां इन दोनों नेताओं के बीच वर्तमान राजनीतिक परिवेश को लेकर बातचीत की। लेकिन मुख्यमंत्री किन कारणों से मंत्री विजय चौधरी के घर गए और फिर अपने प्रधान सचिव के यहां जाना इसकी जानकारी नहीं बाहर आ पाई है।
लेकिन ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कहीं ना कहीं मुख्यमंत्री वर्तमान गठबंधन सरकार में कुछ ज्यादा ही परेशान हैं। बता दें कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव शुक्रवार की शाम अचानक मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए थे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी। रथ पर सवार होकर पहुंचे लालू और तेजस्वी से बंद कमरे में करीब आधे घंटे तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत की थी।
कहा जा रहा है कि तीनों नेताओं के बीच लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत हुई है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को भाकपा के द्वारा आयोजित भाजपा हटाओ, देश बचाओ रैली के दौरान मंच से कांग्रेस को खूब कोसा था। मुख्यमंत्री ने कहा था कि कांग्रेस को विपक्षी एकता से कोई मतलब नहीं रह गया है। कांग्रेस की वजह से गठबंधन को लेकर कोई काम नहीं हो रहा है, वह देश के पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में व्यस्त है।