बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी पर भाजपा ने लगाया आरोप, कहा- सरकार के इशारे पर चल रहा सदन
By एस पी सिन्हा | Updated: July 12, 2023 17:27 IST2023-07-12T17:15:06+5:302023-07-12T17:27:27+5:30
मामले में बोलते हुए बिहार भाजपा ने कहा है कि आधे दर्जन मंत्रियों का इस्तीफा ले चुके मुख्यमंत्री आज चार्जशीटेड उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे पर क्यों चुप हो गए हैं? अगुवानी पुल ध्वस्त होने का मामला, नल जल में लूट समेत अन्य विषयों पर आज जब विपक्ष ने सरकार से जवाब मांगा तो उन्हें बोलने नहीं दिया गया।

फोटो सोर्स: ANI फाइल फोटो
पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी के द्वारा विधानसभा की कार्यवाही गुरूवार तक के लिए स्थगित कर दिए जाने पर भाजपा ने नाराजगी जताई है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि विधानसभा अध्यक्ष सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं और विपक्ष के विधायकों को बोलने नहीं दिया जा रहा है।
क्या बोले भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि पूरा देश देख रहा है कि विपक्ष सदन को चलाना चाहता है, लेकिन विपक्ष के लोगों को बोलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 78 विधायकों के विपक्ष को बोलने नहीं दिया जा रहा है।
आरोप लगाते हुए सिन्हा ने कहा कि जो छोटी- छोटी पार्टिया हैं, उसको विधानसभा अध्यक्ष बोलने का आदेश देते हैं। विपक्ष की तरफ का कैमरा और माइक बंद कर दिया जाता है ताकि विपक्ष की आवाज को कोई सुन नहीं सके। आज जब विपक्ष ने बोलना शुरू किया तो माइक को बंद कर दिया गया।
सिन्हा ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा है
मामले में बोलते हुए सिन्ह ने आगे कहा है कि आधे दर्जन मंत्रियों का इस्तीफा ले चुके मुख्यमंत्री आज चार्जशीटेड उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे पर क्यों चुप हो गए हैं? शिक्षकों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं, उसपर सरकार जवाब क्यों नहीं देना चाह रही है? अगुवानी पुल ध्वस्त होने का मामला, नल जल में लूट समेत अन्य विषयों पर आज जब विपक्ष ने सरकार से जवाब मांगा तो उन्हें बोलने नहीं दिया गया।
जबकि सत्ता पक्ष के लोगों को विधानसभा अध्यक्ष बोलने का पूरा मौका देते हैं। विजय सिन्हा ने कहा कि सत्ताधारी दल के इशोरे पर जब सदन चलेगा तो लोकतंत्र की गरिमा नहीं बचेगी। विपक्ष के सदस्य जब इसका बेल में आकर विरोध करते हैं तो कार्रवाई की धमकी दी जाती है।
10 लाख नौकरियां देने पर भी भाजपा ने सरकार को घेरा
भाजपा बिहार में जंगलराज की लड़ाई लड़ चुकी है। इस लड़ाई में साथ देने वाले नीतीश कुर्सी के लिए धृतराष्ट बन गए हैं। सरकार विधायिका की आवाज दबाना चाह रही है, ऐसे में सदन नहीं चल सकेगा। पहले कैबिनेट में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था, उसका क्या हुआ? 13 जुलाई को गांधी मैदान में भाजपा इसका हिसाब मांगेगी।