Amit Shah IN Bihar: बिहार में मधुबनी जिले के झंझारपुर स्टेडियम में भाजपा की ओर से आयोजित सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सबसे अधिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही टारगेट किया। उन्होंने जंगलराज की याद दिलाई। कहा कि मैं रोज बिहार के अखबार बारीकी से पढ़ रहा हूं। ये लोग फिर से जंगलराज ला रहे हैं।
लालू जी एक्टिव हो गए...नीतीश जी डिएक्टिव हो गए। अब आप सोच सकते हैं, बिहार का क्या होने वाला है। अमित शाह ने कहा कि कुछ दिन पहले यह लालू नीतीश की सरकार ने फतवा जारी किया कि बिहार में रक्षाबंधन की छुट्टी नहीं होगी, जन्माष्टमी की छुट्टी नहीं होगी। लेकिन बिहार की जनता ने जो आक्रोश दिखाई उससे उनकी शान ठिकाने आ गई।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि देश समेत बिहार की जनता को तहे दिल से सम्मान करता हूं। बिहार में बड़े बदलाव की जरूरत है, सरकार नहीं सुशासन चाहिए, गुंडाराज नहीं जनताराज चाहिए। तीन दशक से ज्यादा समय में जिन लोगों की सत्ता में भागीदारी रही है, वो ईमानदारी से काम कर लेते तो हमारे बच्चों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती।
शाह ने कहा कि जल्दी ही चुनाव आने वाला है। 2014 में 40 प्रतिशत वोट और 31 सीटों के साथ नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया। 2019 में भी भरपूर प्यार मिला और पीएम बनाया। मैं हेलीकाप्टर से देख रहा था, हर ओर भीड़ है। स्टेडियम में जगह नहीं है। आज उत्साह है। मोदी जी के समर्थन में 39 सीट का रिकार्ड टूटेगा। सभी 40 सीटें भाजपा जीतेगी।
अमित शाह ने कहा कि बिहार में स्वार्थ का गठबंधन है। लालू अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। नीतीश जी एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। नीतीश जी प्रधानमंत्री का पद खाली नहीं है। जदयू और राजद के गठबंधन को शाह ने तेल-पानी गठबंधन बताया। उन्होंने कहा कि तेल, पानी को गंदा कर देता है।
ये बिहार की जनता के लिए भी हानिकारक हैं। गृहमंत्री ने कहा कि अभी यहां लालू-नीतीश जी की सरकार चल रही है। हर रोज बिहार के अंदर गोलीबारी, लूट, अपहरण, पत्रकारों की हत्या, दलितों की हत्या के किस्से बढ़ते जा रहे हैं। रेलवे मंत्री रहते हुए लालू जी ने अरबों का भ्रष्टाचार किया। उसके बाद भी नीतीश जी उनके साथ जाकर बैठे हैं।
नीतीश कुमार यूपीए के नाम से साथ नहीं आ सकते, इसलिए इंडिया के नाम से आ रहे हैं। इस अलायंस के कुछ लोग रामचरितमानस का अपमान कर रहे हैं। जेडीयू और आरजेडी का मेल तेल और पानी जैसा है, इसलिए ये कभी एक नहीं हो सकते हैं। नाम कोई भी बदले यह वहीं लालू प्रसाद यादव हैं जिसने बिहार को सालों तक पीछे धकेलने का काम किया।
शाह ने कहा कि दरभंगा एम्स पर नीतीश बाबू बोलते रहते हैं बहुत कम प्रदेश हैं जहां पर दो एम्स दिए गए हैं। मोदी जी ने पटना में एम्स दिया। 2020 दिसंबर में दरभंगा में दूसरा एम्स दिया। नीतीश जी ने 81 एकड़ भूमि दे दी पहले मेडिकल कॉलेज में बाद में इसको वापस ले लिया। अगर नीतीश जी ने भूमि वापस ना ले ली होती तो आज यहां पर एम्स बन गया होता और यहां पर मरीजों का इलाज हो रहा होता।