नई दिल्ली: भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पारूपल्ली कश्यप ने शुक्रवार को कहा कि वह बैडमिंटन विश्व महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) से काफी निराश हैं क्योंकि उसने अभी तक खिलाड़ियों की रैंकिंग बंद नहीं की है जबकि कोविड-19 महामारी के चलते कई ओलंपिक क्वॉलिफाइंग टूर्नामेंट रद्द हो गये हैं।
कश्यप और उनकी पत्नी साइना नेहवाल ने पहले सुझाव दिया था कि कोरोना वायरस के कारण कई टूर्नामेंट के रद्द होने से टोक्यो ओलंपिक के लिये क्वॉलिफिकेशन समय को बढ़ा देना चाहिए।
राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व चैंपियन कश्यप ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि क्वॉलिफिकेशन समय को बढ़ाने या इसमें बदलाव के लिये कुछ प्रयास किये जा रहे होंगे। रैंकिंग अभी तक बंद नहीं हुई है। पिछले साल स्विस ओपन के अंक हटा लिये गये हैं। एटीपी ने अपनी रैंकिंग बंद कर दी है। हमें टेनिस से सीख लेनी चाहिए। निराशाजनक। ’’
ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई करने का समय 28 अप्रैल को समाप्त हो जायेगा और एकल के शीर्ष 16 खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक के लिए कट हासिल कर पायेंगे।
कोरोना के कहर ने खेल जगत को भी प्रभावित किया है और इससे ज्यादातर प्रतियोगिताएं या तो स्थगित हो गई हैं, या फिर रद्द। इस घातक वायरस से दुनिया भर में 11 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।